Grow Rice on Terrace: आज के आधुनिक युग में जहां एक तरफ गर्मी से राहत पाने के लिए लोग एसी और कूलर जैसे उपकरण को इस्तेमाल करते हैं, वहीं दूसरी तरफ ताजा फल और सब्जियां प्राप्त करने के लिए कीचन गार्डनिंग भी शुरू कर देते हैं। इससे घर की छत और बालकनी में ही बहुत कम स्पेस में अच्छी सब्जियां और फल उगाए जा सकते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ साथ सेहत के लिए लाभदायक भी होते हैं।
लेकिन क्या आपने किसी शख्स को कीचन गार्डन में चावल की खेती करते हुए देखा है, अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि विश्वनाथ एस (Vishwanath Srikantaiah) नामक व्यक्ति अपने घर की छत पर चावल की खेती करने के लिए मशहूर हैं। छत पर चावल की फसल (Grow Rice on Terrace) की सिंचाई करने के लिए विश्वनाथ घर में इस्तेमाल हो चुके पानी का यूज करते हैं, जिससे जल आपूर्ति की समस्या हल हो जाती है।
कौन हैं विश्वनाथ एस? (Vishwanath Srikantaiah)
कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में रहने वाले विश्वनाथ एस (Vishwanath Srikantaiah) अपने घर की छत पर चावल की खेती करते हैं, जो 100 स्क्वायर फीट के एरिया में फैला हुई है। वह हर साल लगभग 100 किलोग्राम चावल छत पर ही उगा लेते हैं, जिसकी वजह से उन्हें बाजार से चावल खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है।
विश्वनाथ एस चावल की फसल की सिंचाई करने के लिए बाथरूम में कपड़े धोने और नहाने के बाद बचे हुए पानी का इस्तेमाल करते हैं, जिसे आमतौर पर लोग गंदा समझ कर नाली में बहा देते हैं। लेकिन विश्वनाथ उसी पानी से चावल की फसल की सिंचाई करते हैं, जिसकी वजह से उन्हें सिंचाई के लिए अलग से साफ पानी वेस्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
प्रकृति के अनुकूल बनाया है घर
विश्वनाथ एस ने अपने घर को पर्यावरण के अनुकूल बनाया है, जिसकी वजह से बाहर बहुत ज्यादा गर्मी होने के बावजूद भी उनका घर अंदर से ठंडा रहता है। यही वजह है कि विश्वनाथ अपने घर में कूलर और एसी जैसे बिजली से चलने वाले उपकरण का इस्तेमाल नहीं करते हैं, क्योंकि उनका घर प्राकृतिक रूप से ही बहुत हवादार और ठंडा रहता है।
इतना ही नहीं विश्वनाथ ने बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए घर में एक वाटर टैंक भी बनवाया है, जिसमें हर साल 1 लाख लीटर बारिश का पानी जमा हो जाता है। विश्वनाथ इस पानी को पीने से लेकर कीचन, बॉथरूम और घर के दूसरे काम निपटाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अगर से वाटर पाइप लाइन या मोटर लगवाने की जरूरत नहीं है। ये भी पढ़ें – तुलसी का पौधा सूख गया है तो उसे दोबारा हरा-भरा बनाने के लिए अपनाइए एक्सपर्ट्स की बताई ये टिप्स
फिर उसी इस्तेमाल किए हुए पानी से चावल की फसल की सिंचाई करते हैं, जिससे पानी की बर्बादी को रोका का जा सकता है और धान की फसल को कम से कम पानी में तैयार किया जाता है। इतना ही नहीं विश्वनाथ एस अपने घर की छत पर चावल के साथ साथ सीजनल सब्जियां भी उगाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें मार्केट से सब्जियां खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है।
उन्होंने अपने घर की छत पर सोलर पैनल भी लगवाए हैं, जिससे बनने वाली ऊर्जा की मदद से वह अपने घर में बिजली की खपत को पूरा करते हैं। ऐसे में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने की वजह से विश्वनाथ एस को अलग से बिजली के बिल का भुगतान नहीं करना पड़ता है और उनकी जिंदगी बिल्कुल प्राकृतिक तरीके से गुजर रही है।
विश्वनाथ एस अपने घर की छत पर हर साल तीन अलग अलग किस्म के चावन की खेती करते हैं, जिनकी सुगंध और स्वाद काफी बेहतरीन होता है। विश्वनाथ कीचन और गार्डन वेस्ट के जरिए घर पर जैविक खाद तैयार करते हैं, जिससे फसलों की पैदावार अच्छी होती है। उन्होंने अपने घर को इस तरह से डिजाइन किया है कि वह प्रकृति को बिना नुकसान पहुंचाए उससे अनगिनत लाभ उठा सकते हैं। ये भी पढ़ें – जॉब नहीं मिली तो घर की छत पर कमल उगाकर यह शख्स कर रहा है हर महीने 30, 000 रुपये की कमाई