Truck with 832 tires : भारत समेत दुनिया भर के विभिन्न देशों में सामान की ढुलाई के लिए ट्रक का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें आमतौर पर 16 से 32 पहिए लगे होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी 832 टायरों वाले ट्रक को सड़कों पर चलते हुए देखा है, अगर नहीं तो बहुत ही जल्द आपको यह नजारा देखने को मिल जाएगा।
दरअसल ट्रकों की दुनिया में एक बहुबली ट्रक की एंट्री होने जा रही है, जिसमें कुल 832 टायर लगे हुए होंगे। यह ट्रक विदेशों में नहीं बल्कि भारत की सड़कों पर दौड़ने के लिए बिल्कुल तैयार है, जिसका सफर 11 महीने पहले शुरू हो चुका है।
क्या है 832 टायर वाले ट्रक का राज?
हम जिस ट्रक की बात कर रहे हैं, वह एक बाहुबली ट्रेलर है। इस ट्रेलर का सफर नवंबर 2021 में गुजरात के मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) से शुरू हुआ था, जो राजस्थान के बाड़मेर में जाकर खत्म होगा। इस ट्रेलर के ऊपर दो रिएक्टर लदे हुए हैं, जिनका कुल वजन 1, 908 टन के बराबर है। इसे भी पढ़ें – गुजरात के इस सरकारी स्कूल में प्राइवेट स्कूल की तरह होती है पढ़ाई, प्रिंसिपल खुद करते हैं साफ-सफाई
ट्रेलर के ऊपर लदे हुए दोनों रिएक्टर्स को बाड़मेर में स्थित पचपदरा रिफाइनरी (Pachpadra Refinery) तक ले जाया जा रहा है, जबकि ट्रक के ऊपर लदे सामान की वजह से उसकी रफ्तार बहुत ही धीमी हो गई है। इन रिएक्टर्स के वजन को संभालने के लिए ट्रक में 832 टायर लगाए गए हैं, हालांकि इसके बावजूद भी ट्रक की रफ्तार चींटी से भी धीमी है।
30 अस्थाई सड़कों और पुल से गुजरेगा ट्रक
इस ट्रेलर को अपनी मंजिल तक पहुँचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि भारत की सड़के और पुल इतने मजबूत नहीं है कि इस ट्रेलर के वजन को सहन कर सके। ऐसे में नर्मदा नदी के ऊपर एक मजबूत पुल बनाया जा रहा है, जिसका लागत मूल्य लगभग 4 करोड़ रुपए के आसपास है।
इतना ही नहीं इस ट्रेलर के गुजरने के लिए इसके रूट में 30 अस्थाई सड़के बनाई गई हैं, ताकि इसके वजन से मुख्य सड़कों को किसी प्रकार का नुकसान न पहुँच सके। आपको बता दें कि यह ट्रेल एक दिन में 10 से 15 किलोमीटर का सफर ही तय कर पाता है, जबकि कभी-कभी खराब मौसम की वजह से यह 5 किलोमीटर की दूरी तय करता है।
अभी भी सफर नहीं हुआ है पूरा
इस ट्रेलर में लगे कुल टायर्स में से 448 टायर आकार में बड़े हैं, जबकि बाकी 348 टायर छोटे हैं। इस ट्रेलर को अलग-अलग वोल्वो ट्रक्स की मदद से आगे की तरफ खींचा जाता है, जबकि इसके साथ 25 लोगों की टीम हमेशा मौजूद रहती है। जिसमें टेक्नीशियन से लेकर इंजीनियर शामिल हैं, ताकि वह ट्रेलर के रास्ते में आने वाली समस्याओं को हल कर सके।
इस बाहुबली ट्रेलर को अपना सफर शुरू किए हुए 11 महीनों की वक्त गुजर चुका है, लेकिन यह अब तक अपनी मंजिल तक नहीं पहुँच पाया है। जानकारों की मानें तो इस ट्रेलर को पचपदरा रिफाइनरी (Pachpadra Refinery) सेंटर तक पहुँचने में लगभग 1 महीने का और लगेगा, जबकि मौसम खराब होने की स्थिति में अधिक समय भी लग सकता है। इसे भी पढ़ें – रियल लाइफ हीरो हैं प्रकाश राज, बदल दी गोद लिए गांव की तस्वीर