वर्तमान में बैठा इंसान हमेशा भविष्य के बारे में सोचता है, जिसमें वह विभिन्न चीजों के बदलते रूप की कल्पना करता है। ऐसे में आज के दौर में हम एडवांस टेक्नोलॉजी के बारे में सोचते हैं, जिसके तहत भविष्य में ट्रांसपेरेंट फोन और हवा में उड़ने वाली गाड़ियों की कल्पना की जाती है।
इसी तरह 1960 के दशक में कई लोगों ने आगामी समय को लेकर कल्पना की थी, जिसमें मोबाइल फोन के बदलते रूप के बारे में सोचा गया था। उस वक्त अखबार में एक आर्टिकल छपा था, जिसमें यह बताया गया था कि भविष्य में इंसान फोन को अपनी जेब में लेकर घूमेगा।
जेब में फिट हो जाएगा मोबाइल फोन
उस वक्त शायद इस आर्टिकल को पढ़ने वाले ज्यादातर लोगों को इस बात पर यकीन नहीं हुआ होगा, क्योंकि उस दौर में टेलीफोन का इस्तेमाल किया जाता था जो तार के माध्यम से कनेक्ट रहते थे। लेकिन 60 साल बाद यह भविष्यवाणी सच साबित हुई और आज हर कोई स्मार्ट फोन को जेब लेकर घूमता है। Read Also: History of FIFA : कैसे हुई थी FIFA World Cup की शुरुआत, Football को कैसे मिला ये नाम, जानिए सबकुछ
आज स्मार्ट फोन भले ही हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसकी मौजूदगी को लेकर साल 1963 में ही भविष्यवाणी कर दी गई थी। 18 अप्रैल 1963 को ओहियो न्यू जर्नल न्यूजपेपर में एक आर्टिकल छपा था, जिसमें यह बताया गया था कि भविष्य में इंसान फोन को जेब लेकर घूम सकेगा।
इस आर्टिकल के साथ एक महिला की फोटो भी छापी गई थी, जिसमें वह एक फ्लिप फोन को हाथ में कपड़े हुए दिखाई दे रही है। हालांकि उस समय यह एक प्रतीकात्मक तस्वीर थी, लेकिन वर्तमान में यह मोबाइल फोन की हकीकत है। इसके अलावा उस आर्टिकल में नेट बैंकिंग और सोशल मीडिया को लेकर भी कई बातें लिखी गई थी।
A newspaper article predicts the future of mobile phones in 1963.
— The Continental Journal (@continentalmagz) August 17, 2022
Can you imagine how technology would evolve in the next two decades? pic.twitter.com/oDcDYBBoDv
1980 तक सपना लगता था स्मार्ट फोन
भले ही स्मार्ट फोन को लेकर 1960 के दशक में भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन साल 1980 तक आम लोगों के लिए मोबाइल फोन को इस्तेमाल कर पाना एक सपने की तरह था। उस वक्त आम लोगों के लिए मोबाइल फोन बाज़ार में उपलब्ध नहीं थे, क्योंकि उस समय स्मार्ट फोन बनाने में काफी दिक्कतें आ रही थीं।
खासतौर से मोबाइल फोन को छोटा आकार प्रदान करना सबसे बड़ा चैलेंज था, ताकि वह आसानी से किसी भी व्यक्ति की जेब में फिट हो सके। हालांकि मोबाइल फोन पर काम करने वाले वैज्ञानिक और टेक्निशियन इस बात को जानते थे कि भविष्य में मोबाइल का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाएगा, लिहाजा वह आम लोगों को मोबाइल फोन का इंतजार करने की सलाह देते थे।
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