HomeGARDENINGबिहार के यतींद्र ने खेती छोड़ शुरू किया मत्स्य पालन, कमा रहे...

बिहार के यतींद्र ने खेती छोड़ शुरू किया मत्स्य पालन, कमा रहे हैं 80 से 90 लाख सलाना

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

व्यक्ति के लिए कोई काम ऊंचा या नीचा नहीं होता। यह उस व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह अपने काम को किस तरह से करता है। जहाँ लोग पहले कृषि को उतना तवज्जो नहीं देते थे वहीं अब पढ़े-लिखे युवा भी इस ओर अग्रसर हो रहे हैं। आजकल तो लोग कृषि के साथ-साथ लोग मछली पालन, मुर्गी पालन, दुग्ध उत्पादन इत्यादि कामों में अपना रुचि दिखा रहे हैं। यह सारे ऐसे रोजगार हैं जो आप अपने गांव, शहर में रहकर कर सकते हैं और उसे अच्छी खासी कमाई भी कर सकते हैं और अपनी आमदनी का ज़्यादा हिस्सा बचा भी सकते हैं।

इन्हीं कामों के बीच आजकल युवाओं में मछली पालन को लेकर काफ़ी उत्सुकता देखी जा सकती है, जो एक बहुत ही अच्छे रोजगार के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। इसी मछली पालन को शुरू करके यतींद्र कश्यप आज लाखों की कमाई कर रहे हैं।

दरअसल यतिन्द्र कश्यप बिहार राज्य के मोतिहारी संग्रामपुर के रहनेवाले हैं और शुरू से ही इनका पूरा ख़ानदान मछली का व्यवसाय करते आ रहा है और यतींद्र भी इस काम से 2012 से ही जुड़े हैं। शुरुआत में तो उन्हें काफ़ी नुक़सान झेलना पड़ा। लेकिन वह इसके साथ-साथ ही हेचरी का भी काम करते हैं, जिसे शुरू करने में लगभग 12 से 15 लाख रुपए लग जाते हैं।

yatindra-kasyap-fisher-man-bihar

घाटा होने के बावजूद भी यतींद्र ने यह काम करना बंद नहीं किया बल्कि इससे सम्बंधित और भी जानकारियाँ इकट्ठा करना शुरू किया। जिसके बाद इन्हें अपने व्यवसाय से मुनाफा होने लगा। आपको बता दें तो हेच से पैदा होने वाले मछली के बच्चें की बाज़ार में 3 से 5 लाख रुपये तक की क़ीमत हैं और एक महीने में 5 हेच कराया जाता है।

कृषि क्षेत्र में इतने शिक्षित लोगों के आने के बाद भी इसकी स्थिति दयनीय बनी हुई है। आज भी हजारों किसान भूखे पेट सोने को मजबूर हैं। लेकिन अगर किसी भी व्यवसाय को आप नए तकनीक से करे और उसमें अपना पूरा इफर्ट लगाएँ तो निश्चित ही आप उसमें सफलता पाएंगे। यतींद्र भी अपने काम को लेकर इतने जुझारू है कि आज लोग उनसे प्रेरणा ले रहे हैं।

मोतिहारी का संग्रामपुर एक ऐसी जगह है जहाँ पानी पर्याप्त मात्रा में है लेकिन वहाँ के किसानों को इसकी जानकारी ना होने के कारण वह मछली उत्पादन का काम शुरू नहीं कर पाते हैं। अब यतीन्द्र के गाँव के लोगों ने उनके मुनाफे को देखकर अपनी खाली पड़ी ज़मीन पर तालाब खोद मछली उत्पादन का काम शुरू कर रहे हैं और उनके साथ-साथ वह भी अच्छी कमाई कर रहे हैं।

आपको बता दें कि अगर आप मछली पालन का काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको सरकार के तरफ़ से तालाब खुदवाने से लेकर मछली होने तक के लिए 50% तक आर्थिक सहायता भी दी जाती है। मत्स्य डिपार्टमेंट को सरकार की तरफ़ से अनुमति मिलने के बाद इस क्षेत्र में छोटे-छोटे तालाबों भी खोजे जा रहे हैं। मछली पालन के लिए यह मौसम भी बहुत उपयुक्त माना जाता है।

वर्तमान समय में लोग मछली पालन करके 80 से 90 लाख रुपए मुनाफा के तौर पर सलाना कमा रहे हैं। आज यतींद्र किसानों के लिये एक नई मिसाल क़ायम कर रहे हैं, जिससे लोग प्रेरित होकर अपना-अपना रोजगार शुरू कर रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं। सभी लोग उनके काम की तारीफ भी कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें
News Desk
News Desk
तमाम नकारात्मकताओं से दूर, हम भारत की सकारात्मक तस्वीर दिखाते हैं।

Most Popular