Window AC vs Split AC: भारत में गर्मी की शुरुआत होते ही लोगों के घरों में कूलर और एसी जैसे इलेक्ट्रिक आइटम्स का इस्तेमाल शुरू हो जाता है, जो गर्मी के राहत दिलाने का काम करते हैं। लेकिन इन इलेक्ट्रिक आइटम्स बहुत ज्यादा बिजली की खपत करते हैं, जिसकी वजह से बिजली का बिल बहुत ज्यादा आता है।
ऐसे में अगर आप भी इस समर सीजन में AC लगाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको सबसे पहले यह पता कर लेना चाहिए विंडो और स्प्लिट में से कौन-सा एसी बेहतरीन (Window AC vs Split AC) होगा। क्योंकि एसी का सही चुनाव (AC Buying Guide 2022) करने पर ही आपको गर्मी से राहत मिल सकती है, जबकि बिजली का बिल भी कम से कम आएगा।
स्प्लिट एसी और विंडो एसी में अंतर (Difference between Window AC and Split AC)
हमारे देश में दो तरह के एसी इस्तेमाल किए जाते हैं, जिसमें विंडो और स्प्लिट एसी शामिल हैं। यह दोनों ही एसी इनडोर और आउटडोर जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं, जिसमें से स्प्लिट एसी 2 यूनिट में आता है और कमरे के अंदर लगाया जाता है। वहीं विंडो एयर कंडीशनर सिंगल यूनिट के साथ आता है, जिसे कूलर की तरह खिड़की पर लगाया जाता है।
विंडो एसी को फिट करना आसान होता है, लेकिन वह चलते समय काफी आवाज करता है। वहीं स्प्लिट एसी विंडो एसी के मुकाबले काफी कम आवाज करता है, हालांकि उसे कमरे के अंदर सेट करना बहुत ही मुश्किल काम है। इसके अलावा स्प्लिट एसी साइज में बड़ा होता है, जो विंडो एसी की तुलना में ज्यादा जगह घेरता है।
स्प्लिट एसी का इस्तेमाल (Uses of split AC)
ऐसे में अगर आप घर पर स्प्लिट एयर कंडीशनर लगाना चाहते हैं, तो उसे आप बिना खिड़की वाले कमरे में सेट कर सकते हैं। इस एसी में चौड़े ब्लोअर लगे होते हैं, जो कमरे को कम समय में ठंडा कर देते हैं। स्प्लिट एसी में मौजूद कंप्रेशर बहुत कम आवाज करता है, इसलिए इसके चलने पर कमरे में शांति बनी रहती है।
स्प्लिट एसी को सेट करने के लिए दीवार में ड्रिल करना पड़ता है, जबकि उसका साइज भी काफी ज्यादा होता है। बाज़ार में स्प्लिट एसी की कीमत भी ज्यादा होती है, जो कूलिंग देने के साथ-साथ बिजली की खपत भी ज्यादा करता है और इससे बिजली के बिजल में इजाफा हो जाता है। ये भी पढ़ें – पुराने कूलर से भी मिलेगी शिमला वाली ठंडक, बस अपनाएं ये 5 ट्रिक्स, पड़ोसी भी पूछेंगे – नया AC कब ख़रीदा
विंडो एसी का इस्तेमाल (Uses of Window AC)
वहीं अगर आप विंडो एसी का इस्तेमाल करना चाहते हैं, इसके लिए आपको खिड़की वाले कमरे का चुनाव करना होगा। विंडो एसी की कीमत स्प्लिट एसी के मुकाबले कम होती है, जिसे सेट करने के लिए दीवार पर ड्रिलिंग करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है।
इसके अलावा विंडो एसी बिजली की खपत कम करता है, जबकि उसकी मेंटनेंस का खर्च भी बहुत कम होता है। हालांकि विंडो एसी कमरे को धीरे-धीरे ठंडा करता है, जबकि यह स्प्लिट एसी के मुकाबले ज्यादा आवाज करता है। वहीं खिड़की के बाहर लगे होने की वजह से विंडो एसी के खराब होने या उसमें जंग लगने के चांस काफी ज्यादा होते हैं, जिसकी वजह से उसे हर साल सर्विस करवाना पड़ता है।
कौन-सा एसी है बेहतर? (Window AC vs Split AC Which is better)
एयर कंडीशनर की कूलिंग क्षमता उसके वजन पर निर्भर करती है, ऐसे में 2 टन या उससे अधिक क्षमता वाला एसी कमरे को जल्दी ठंडा करता है। स्प्लिट एसी दीवार पर ऊंची जगह पर लगाया जाता है, इसलिए वह कम समय में बड़ी जगह को जल्दी ठंडा कर देता है। वहीं विंडो एसी में एक यूनिट होती है, जो कमरे को धीरे-धीरे ठंडा करता है और उसे छोटे स्पेस में ही इस्तेमाल किया जाता है।
ऐसे में अगर आप किराए के घर पर रहते हैं, तो आपके लिए विंडो एसी बेहतरीन साबित हो सकता है। क्योंकि किराए के मकान को खाली करने पर एसी को उतारना और दोबारा सेट करना आसान होता है, जबकि वहाँ विंडो एसी लगाने के लिए खिड़की की सुविधा भी मौजूद होती है।
विंडो एसी खिड़की पर लगे रहते हैं, इसलिए वह कमरे की सुंदरता को कम करने का काम नहीं करता है। इसके अलावा विंडो एसी कम बिजली की खपत करता है, जबकि उसका रखरखाव भी आसान है। यही वजह है कि 70 प्रतिशत लोग विंडो एसी का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, जो कमरे को धीरे ठंडा करता है लेकिन उसका कूलिंग सिस्टम बेहतरीन होता है। ये भी पढ़ें – धड़ल्ले से बिक रहा है ये टेबल AC, मिनटों में करेगा कमरे को शिमला जैसा ठंडा, शुरुआती कीमत सिर्फ ₹439
वहीं अगर आप स्प्लिट एसी का चुनाव करते हैं, तो आपको सबसे पहले अपने कमरे में तोड़फोड़ करवानी पड़ेगी। क्योंकि स्प्लिट एसी को दीवार पर ऊंची जगह में लगाया जाता है, जो कमरे के लुक को भी प्रभावित करता है। इसके अलावा अगर आपका कमरा छोटा है, तो स्प्लिट एसी उसे तुरंत ठंडा कर देगा और उस स्थिति में आपको एसी बंद करना पड़ेगा।
ऐसे में स्प्लिट एसी कम समय तक चलने के बावजूद भी ज्यादा बिजली की खपत करेगा, जिससे बिजली का बिल ज्यादा आता है। वहीं स्प्लिट एसी की देखरेख भी काफी मुश्किल होती है, जबकि किराए के घरों में इसे इंस्टॉल करना और निकालना बहुत मुश्किल काम हो जाता है।
ऐसे में अगर कीमत और मेंनटेंस आदि को देखा जाए, तो उस लिहाज से विंडो एयर कंडीशनर एक बेहतर विकल्प साबित होता है। विंडो एसी कम दामों में बाज़ार में उपलब्ध है, जिसे यूज करने से बिजली का बिल भी कम आता है और लंबे समय तक उसका रखरखाव भी आसान होता है।
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