Bhojpuri Film Lalten: पिछले कुछ सालों में भारतीय सिनेमा में बायोपिक फिल्मों का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ गया है, जिसकी वजह से हर साल किसी राजनेता, खिलाड़ी या फिर सामाजिक कल्याण के लिए काम करने वाले लोगों के जीवन के ऊपर बनाई गई फिल्म रिलीज होती है।
इस श्रेणी में बॉलीवुड में मैरी कॉम से लेकर कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी और जयललिता के जीवन व करियर पर आधारित फिल्में बनाई गई हैं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर दमदार कमाई की है। ऐसे में बायोपिक बनाने की रेस में भोजपुरी सिनेमा भी शामिल हो गया है, जहां इन दोनों फिल्म लालटेन (Lalten) चर्चा का विषय बनी हुई है।
क्या है फिल्म लालेटन की कहानी? (Bhojpuri Film Lalten)
भोजपुरी सिनेमा में बायोपिक फिल्म की शुरुआत लालटेन से की जा रही है, जिसकी कहानी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनकी पत्नी व पूर्व सीएम राबड़ी देवी (Rabri Devi) के जीवन पर आधारित है। ये भी पढ़ें – फ़िल्म ‘आरआरआर’ को मिला तेलुगू दर्शकों का ढेर सारा प्यार, अब हिंदी दर्शकों की प्रतिक्रिया का है इंतज़ार
इस फिल्म में यह दिखाया जाएगा कि कैसे लालू प्रसाद यादव के बाद राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी और उन दोनों के बीच कैसा रिश्ता था। लालटेन में लालू प्रसाद यादव का किरदार एक्टर यश कुमार निभा रहे हैं, जबकि एक्ट्रेस स्मृति सिन्हा राबड़ी देवी की भूमिका निभाते हुए दिखाई देंगी।
फैंस को है फिल्म रिलीज होने का इंतजार
बिहार में लालू प्रसाद यादव एक लोकप्रिय मुख्यमंत्री और राजनेता रहे हैं, जिनके चाहने वालों की संख्या लाखों में है। ऐसे में फैंस को उनके जीवन पर आधारित फिल्म लालटेन के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार है, जिसे लेकर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी सुर्खियों का बाजार गर्म है।
एक्टर यश कुमार (Yash Kumar) का कहना है कि उन्होंने फिल्म लालटेन में लालू प्रसाद यादव का असल व्यक्तित्व दर्शाने की कोशिश की है, जिसकी वजह से दर्शकों को लालू प्रसाद का छात्र जीवन, गुस्सा, शासन और विरोध सब कुछ एक साथ फिल्मी पर्दे पर देखने का मौका मिलेगा।
फिल्म लालटेन में पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी का भी अहम रोल है, जिसे स्मृति सिन्हा (Smriti Sinha) ने पर्दे पर दर्शाने की कोशिश की है। इस फिल्म में राबड़ी देवी जैसी एक सामान्य महिला का जीवन दिखाया गया है, जिसने राजनीति को समझने के लिए काफी संघर्ष किया था।
लालेटन को लेकर रिस्क उठा रहे हैं डायरेक्ट और एक्टर
आपको बता दें कि इस फिल्म को धीरू यादव ने डायरेक्ट किया है, जिसके लिए उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चुनाव चिन्ह यानि लालटेन पर ही फिल्म का नाम रखा है। इस फिल्म का शूटिंग शुरू होने से पहले यश कुमार और स्मृति सिन्हा ने महीनों तक रिहल्स की थी, ताकि वह लालू और राबड़ी का ठेठ अंदाज व भाषा सीख पाए।
ऐसे में फिल्म लालटेन की स्टार कास्ट और डायरेक्ट भोजपुरी सिनेमा में दो राजनेताओं के जीवन पर आधारित फिल्म को दिखाने जा रहे हैं, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक पल साबित हो सकता है। हालांकि यह कहना मुश्किल है कि फिल्म पर कोई विवाद होगा या नहीं, क्योंकि इस तरह की बायोपिक से अक्सर कोई न कोई विवाद जुड़ ही जाता है।
आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के जीवन व राजनीतिक करियर पर महारानी नामक वेब सीरिज भी बनाई गई थी, जिसे सोनी लिव पर प्रसारित किया गया था। इस वेब सीरिज में हूमा खुरैशी ने राबड़ी देवी का किरदार निभाया था, लेकिन कुछ सीन्स और डायलॉग की वजह से महारानी को विवादों का सामना करना पड़ा था।
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