भारतीय रेलवे से रोजाना सैकड़ों लोग सफर करते हैं, जिसमें बच्चों से लेकर युवा, बुजुर्ग और छात्र भी शामिल होते हैं। ऐसे में रेलवे की तरफ से स्कूल और कॉलेज के छात्रों को टिकट में कुछ रूपये की छूट दी जाती है, ताकि वह कम दाम में सफर करके अपनी शिक्षा पूरी कर सके।
ऐसे में आज हम आपको रेलवे द्वारा छात्रा को दी जाने वाली कुछ विशेष रियायतों के बारे में बताने जा रहे हैं।
MST के तहत फ्री यात्रा
भारतीय रेलवे द्वारा छात्रों को मासिक सीजन टिकट (MST) की सुविधा दी जाती है, जिसके तहत सामान्य बोगी में स्कूली छात्र ट्रेन में फ्री में सफर कर सकते हैं। लड़कियों को MST के तहत ग्रेजुएशन तक ट्रेन में फ्री सफर करने की सुविधा मिलती है, जबकि लड़के 12वीं कक्षा पास होने तक इस छूट का फायदा उठा सकते हैं।
इसके अलावा देश के पंजीकृत मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को भी MST के तहत ट्रेन में फ्री यात्रा करने की छूट दी जाती है, जिसकी वजह से गाँव और कस्बों से दूर शहरों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को टिकट में काफी राहत मिलती है।
टिकट में 75 प्रतिशत तक छूट
भारतीय रेलवे प्रवेश परीक्षा देने वाले छात्रों का भी विशेष ध्यान रखता है, जिसकी वजह से उन छात्रों को टिकट में 75 प्रतिशत तक की छूट दी जाती है। अगर कोई छात्र स्कूल या कॉलेज में प्रवेश परीक्षा देने के लिए ट्रेन की सामान्य बोगी में सफर करता है, तो उसे टिकट में 75 प्रतिशत की छूट दी जाती है।
यूपीएससी परीक्षा वाले छात्रों को छूट
इसी प्रकार संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए जा रहे छात्रों को भी रेलवे की तरफ से टिकट में 50 प्रतिशत तक की छूट दी जाती है, हालांकि इसके लिए छात्र को सामान्य बोगी में सफर करना होता है।
घर से दूर रहने वालों को रियायत
भारत के विभिन्न राज्यों से छात्र दूसरे शहरों में पढ़ने के लिए जाते हैं, ऐसे में रेलवे की तरफ से घर वापस लौटने पर छात्रों को टिकट में रियायत दी जाती है। अगर कोई छात्र ट्रेन में सामान्य वर्ग में यात्रा करता है, तो उसे टिकट के पैसों पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है।
इसी तरह अनुसूचित (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के छात्रों को सामान्य बोगी में सफर करने पर टिकट में 75 प्रतिशत की छूट दी जाती है। इसके साथ ही उन्हें MST और त्रैमासिक सीजन टिकट (QST) के जरिए भी टिकट में 75 प्रतिशत की रियायत दी जाती है।
शोध करने वाले छात्रों को विशेष छूट
भारतीय रेलवे द्वारा पीएचडी या किसी विशेष रिसर्च वर्क करने वाले छात्रों को भी रियायत दी जाती है, जिसके तहत 35 वर्ष की आयु तक के व्यक्ति को टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट मिलती है। लेकिन इसके लिए शोधकर्ता का स्लीपर क्लास में सफर करना अनिवार्य होता है, तभी वह इस रियायत का फायदा उठा सकता है।
स्वयंसेवकों के लिए रियायत
अगर कोई स्कूल या कॉलेज का छात्र राहत बचाव कार्य या फिर शिविर में स्वयंसेवक की भूमिका निभाता है, तो उसे ट्रेन में स्लीपर क्लास में सफर करने के दौरान टिकट पर 25 प्रतिशत की विशेष छूट दी जाती है।
स्टडी टूर पर मिलती है छूट
भारत के विभिन्न गाँव और कस्बों में मौजूद सरकारी स्कूलों या कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को साल में एक बार स्टडी टूर की सुविधा दी जाती है, इस दौरान वह ट्रेन की सामान्य बोगी में सफर करके टिकट में 75 प्रतिशत की छूट का लाभ उठा सकते हैं।
विदेशी छात्रों के लिए टिकट में रियायत
अगर कोई विदेशी छात्र भारत के शिक्षा संस्थानों में पढ़ाई करता है, तो उसे ट्रेन में स्लीपर क्लास में सफर करने पर टिकट में 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है। इसी प्रकार विदेशी छात्रों को कार्य शिविर और ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा करते वक्त भी टिकट में विशेष रियायत प्रदान की जाती है।
इंजीनियर और नौवहन को छूट
भारतीय रेलवे व्यापारिक समुद्री नौवहन और इंजीनियरिंग प्रशिक्ष करने वाले कैडेटों और इंजीनियर्स को यात्रा के दौरान टिकट में 50 प्रतिशत की छूट प्रदान करता है।
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