Indian Railways : यह माना जाता है कि ट्रेन में एसी कोच में सफर करने वाले यात्री अच्छे घर से ताल्लुक रखते हैं, जिनका व्यवहार ज्यादा शालीन और नैतिक होता है। ऐसा मानें जाने की मुख्य वजह यह है कि एसी कोच का किराया अन्य कोच के मुकाबले ज्यादा होता है और हर कोई इस कोच में सफर नहीं कर सकता है।
लेकिन बीते कुछ सालों से एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों ने भारतीय रेलवे (Indian Railway) की नाक में दम कर दिया है, जिसकी वजह से रेलवे को हर साल लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में भारतीय रेलवे की तरफ से गर्मी के मौसम में एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है।
सामान चोरी करके ले जाते हैं यात्री
दरअसल ट्रेन के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को तकिया, कंबल और तौलिया जैसी चीजें मुहैया करवाई जाती हैं, जिन्हें यात्री सफर खत्म होने के बाद अपने साथ घर ले जाते हैं। इतना ही नहीं कुछ यात्री कप, प्लेट और चम्मच जैसी चीजों की भी चोरी कर लेते हैं, जिससे रेलवे को सालाना भारी नुकसान झेलना पड़ता है।
ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तरफ से एसी कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है, जिसके तहत अगर किसी यात्री को रेलवे को सामान चोरी करते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस कार्यवाही के तहत अपराधी को 5 साल जेल की सजा हो सकती है और सामान चोरी करने वाले व्यक्ति को मोटा जुर्माना भी भरना पड़ेगा।
रेलवे (Indian Railway) ने यह भी बताया है कि AC कोच से सामान चोरी होने की सबसे ज्यादा घटनाएँ छत्तीसगढ़ से बिलासपुर के बीच चलने वाली ट्रेनों में होती है, जिसकी वजह से रेलवे को पिछले 4 महीने के अंदर लगभग 55 लाख 97 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। इस चोरी होने वाले सामान में फेस टॉवेल से लेकर तकिया, कंबल, वॉश बेसिन का नल, केतली, कप और चम्मच आदि शामिल है।