Solar Panel System in Hindi – बिजली एक ऐसा संसाधन है जिसके दाम दिन पर दिन बढ़ते जा रहे है। इसका सीधा-सा कारण यह है कि आज हर Middle Class व्यक्ति के घर पर बिजली से चलने वाली कई चीजें होती है। लेकिन दिक्कत तब आती है जब हम इन संसाधनों का अधिक इस्तेमाल कर लेते है और अपनी बिजली का बिल काफ़ी बढ़ा देते है।
आपको बता दें की इस बिजली के बिल से छुटकारा का एक बहुत ही आसान तरीक़ा है, सोलर पैनल लगाकर मुफ्त में बिजली का उपयोग करना और अतिरिक्त बिजली को बेचकर पैसे कमाना। आप इसे लगवाने में जितने रुपए ख़र्च करेंगे उससे कई गुना ज़्यादा आपको कमाई हो जाएगी। सोलर पैनल लगाकर आप सरकार को बिजली बेच सकते है और सिर्फ़ 2 वर्षों में बिजली का ख़र्च मुफ्त कर सकते है आइए जाने इस सिस्टम के बारे में और अधिक।
Solar Panel System लगाने से पहले जान लें बिजली का लोड
अपने घर में किसी भी प्रकार का सोलर पैनल सिस्टम लगवाने से पहले आपको यह बात जानना बहुत ज़रूरी है कि आपके घर का दैनिक या मासिक बिजली का लोड कितना है। आप अपने बिजली के बिल में दी गई जानकारी के अनुसार यह अनुमान लगा सकते है कि आपके घर का बिजली लोड कितना है। हम आपसे यह सभी बातें इसलिए कह रहे है क्योंकि आपको किसी भी सोलर पैनल सिस्टम को खरीदने से पहले इन सब बातो का ज्ञान होना आवश्यक है।
नहीं पड़ेगी अतिरिक्त जगह की आवश्यकता
आपको सोलर पैनल सिस्टम लगवाने के लिए किसी अतिरिक्त जगह की कोई आवश्यकता नहीं है। आप इस सिस्टम को अपने घर की छत पर ही लगवा सकते है। सोलर पैनल दो प्रकार के होते है ऑफ ग्रिड (इन्वर्टर के साथ) और ऑन ग्रिड (बिना इनवर्टर के), आप किसी भी सिस्टम का चयन कर सकते है। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जितने ज़्यादा लोड का पैनल होगा उतनी ही बढ़ी छत्त की आवश्यकता होगी। सामान्यतः 1 किलोवाट क्षमता के पैनल का ख़र्च 60 से 80 हज़ार होता है। सोलर पैनल लगवाने के लिए आप सरकार या निजी कंपनियों द्वारा सब्सिडी भी प्राप्त कर सकते है।
कहाँ से खरीद सकते हैं Solar Panel System?
अगर आप भी सोलर पैनल खरीदना चाहते हैं, इसके लिए आपको राज्य सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क करना होगा। सोलर पैनल लगाने के लिए हर राज्य के कुछ मुख्य शहरों में ऑफिस भी बने हुए हैं। इतना ही नहीं, आप प्राइवेट डीलर्स से भी सोलर पैनल खरीद सकते हैं। परन्तु यह लगवाने के लिए आपको पूर्व में ही अथॉरिटी से अपनी लोन राशि हेतु संपर्क करना होगा। सब्सिडी लेने के लिए भी आपको अथॉरिटी से ही एप्लीकेशन फॉर्म लेना होगा।
लाइसेंस लेना है ज़रूरी
अगर आप बड़े स्तर पर बिजली उत्पादन कर बेचना चाहते है तो आपको पहले लोकल स्तर की बिजली उत्पादन कंपनी से लाइसेंस प्राप्त करना होगा और कंपनी के साथ एग्रीमेंट साइन करना होगा। इस प्रक्रिया के बाद ही आप उस कंपनी को प्रति यूनिट बिजली बेच सकते है। राज्य सरकार इसके लिए विशेष ऑफर भी प्रदान कर रही हैं। फिर यह प्लांट लगाकर बिजली बेचने से आपको 1 यूनिट की दर से पैसे मिलेंगे। सरकार हर राज्य में नागरिकों को रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) को अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और आर्थिक मदद भी कर रही है। निजी कंपनियाँ भी इस अभियान में साथ से रही है।
आखिर कैसे काम करता है सोलर पैनल? Solar Panel System in Hindi
सोलर पैनल एक उपकरण होता है, इससे सूर्य की किरणें उसमें अवशोषित हो जाती है, फिर उन सूर्य की किरणों को सोलर पैनल उससे बिजली में बदल देता है। सौलर पैनल की प्लेट में लगे ख़ूब सारे सोलर फोटोवोल्टिक सेल (Photovoltaic Cell) होते हैं, जो बिजली निर्माण का कार्य करते हैं। यह सेल ग्रिड पैटर्न में सोलर पैनल में व्यवस्थित तरीके से लगे होते हैं। इनमें से ज्यादातर पैनल क्रिस्टिलाइन सिलिकॉन सोलर सेल्स से निर्मित होते हैं। इनसे ना सिर्फ़ बिजली का बिल बचता है, बल्कि यह अधिक समय तक भी चलते हैं।
सौलर पैनल की एज भी अच्छी होती है। इसे 10 सालों में ही बैट्री को बदलने की ज़रूरत पड़ती है। इस प्रकार से एक सोलर पैनल 20 से 25 साल चल जाता है। आपको बता दें कि 1 किलोवॉट क्षमता वाले सोलर पैनल से एक घर की सामान्य बिजली की आवश्यकताएँ आसानी से पूरी कर सकते हैं।
सरकार है आपके साथ, देगी सब्सिडी
अगर आप अपने घर पर सोलर पैनल लगवाना छाते है लेकिन पैसों की कमी है तो घबराएँ ना क्योंकि केंद्र सरकार सोलर पैनल लगवाने वाले लोगों को उचित सब्सिडी उपलब्ध करा रही है। जिससे आप काफ़ी फायदा उठा सकते है। केंद्र सरकार के नवीन व अक्षय ऊर्जा मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार अब घरेलू उपभोक्ता को सोलर पैनल लगवाने के लिए 40 प्रतिशत तक की कैपिटल सब्सिडी मिल सकती है, इसके अतिरिक्त राज्य सरकार से मिलने वाली सब्सिडी तो है ही।
आज के दौर में सौर ऊर्जा (Solar Energy) आम लोगों के लिए बिजली का उत्तम विकल्प बन गयी है। इससे घर के बिजली बिल में तो बचत होगी ही, साथ ही यह सरकारी तंत्र के लिये भी सहायक साबित हो रही है। असल में, बिजली की खपत और की बढ़ती डिमांड तथा घटते हुए उत्पादन के चक्र को संतुलित करने हेतू सोलर पैनल एक उत्तम विकल्प है। यही वज़ह है कि सरकार ने भी सोलर पैनल के प्रयोग को बढ़ावा दिया है। Solar Panel System in Hindi