Capsicum Plantation at Home – जब बात भारतीय व्यंजनों की हो तो शिमला मिर्च को कैसे भूल सकते हैं? जहाँ पहले सब्जियों में और सलाद में शिमला मिर्च का उपयोग किया जाता था, वहीं आजकल सबका फेवरेट पिज़्ज़ा भी बिना शिमला मिर्च के स्वादिष्ट नहीं लगता। जब व्यंजनों का स्वाद और बेहतर बनाना हो तो शिमला मिर्च का उपयोग ज़रूर किया जाता है।
सिर्फ भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए ही नहीं बल्कि शिमला मिर्च को उसमें उपस्थित विटामिंस और कई पोषक तत्वों के लिए भी उपयोग किया जाता है। शिमला मिर्च सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है, इसमें विटामिन A तथा विटामिन C भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। शिमला मिर्च मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और वज़न को कंट्रोल करने में भी फायदेमंद होता है। शिमला मिर्च में कैलोरी ना के बराबर होती है इसलिए यह आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कंट्रोल में रखता है। परन्तु आजकल फसलों में केमिकल्स का उपयोग बहुत ज़्यादा किया जाता है इसलिए मार्केट में शिमला मिर्च भी केमिकल युक्त मिल रही है, जो कि आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है।
शिमला मिर्च (Capsicum Plantation at Home)
अगर आप अपने घर में ही फल और सब्जियाँ उगा कर खाएँ तो उनसे आपको भरपूर पोषक तत्व मिलेंगे। केमिकल रहित शिमला मिर्च आप घर पर भी उगा सकते हैं, जैसे कि आप अन्य पेड़ पौधे उगाते हैं उसी प्रकार से शिमला मिर्ची भी उगाइये। बस कुछ बातों का आपको ध्यान रखना होगा, जो हम आपको आगे बता रहे हैं। कुछ साधारण टिप्स को फॉलो कीजिए और आप घर पर ही उगा सकेंगे स्वास्थ्यवर्धक तत्वों से भरी शिमला मिर्च।
सही बीज चुनना भी है ज़रूरी
ना सिर्फ़ शिमला मिर्च, बल्कि हर फ़सल में उत्पादन तभी अच्छा होगा जब बीज का चयन सही प्रकार से किया जाए। फिर भले ही आप अपनी फ़सल की पैदावार अच्छी करने के लिए कितनी भी जद्दोजहद कर लीजिए, अगर आपने बीज अच्छे चुने हैं तभी फ़सल भी अच्छी होगी वरना सारी मेहनत बेकार हो जाएगी। शिमला मिर्च के पौधे में भी अच्छी पैदावार चाहते हैं तो आपको सही बीज का चयन करना होगा। अब बात यह आती है कि अच्छे बीज कहाँ से खरीदें, तो आपको बता दें कि बीज खरीदने के लिए आप किसी भी दुकान से बीज ना खरीद कर बल्कि, बीज भंडार पर जाइए और वहाँ से बीज खरीदें। वहीं आपको अच्छे क़िस्म के बीज मिलेंगे।
गमला तैयार करने की प्रक्रिया
अच्छी क़िस्म के बीज लेने के बाद अब आपको दूसरा काम यह करना है कि आप गमले में ठीक प्रकार से मिट्टी डालकर तैयार कर लीजिए। हालांकि बगीचे की मिट्टी को भी गमले में शिमला मिर्च उगाने के लिए डालकर तैयार कर सकते हैं परन्तु, आपको एक बात का ख़ास ध्यान रखना है कि जब भी गमले में मिट्टी डालें तो उस समय मिट्टी को एक दो बार अच्छी तरह से खुंरेचिए। ऐसा करने से मिट्टी नरम हो जाएगी और आपको उत्पादन भी अच्छा मिलेगा। मिट्टी को खुरेंचने के पश्चात उसे थोड़े समय के लिए धूप में भी अवश्य रखें ताकि उसमें से नमी और कीट वगैरह निकल जाएँ। इसी प्रक्रिया से आपको शिमला मिर्च उगाने के लिए गमला तैयार करना है।
इस तरह से डालिए बीज और खाद
शिमला मिर्च का पौधा उगाने के लिए आपने गमला तैयार करने की प्रक्रिया तो जान ली, अब अगला स्टेप है गमले में बीज व खाद डालने का। गमले में बीज डालने से पूर्व आपको मिट्टी में खाद डाल कर अच्छे से मिला देना है। उसके बाद ही बीज डालिए। आपको बीज कुछ इस तरह से डालने हैं कि वह मिट्टी के भीतर कम से कम 3-4 इंच गहराई तक जाएँ। अगर आप ज़्यादा ऊपर भी डालेंगे तो आपके पौधे की जड़ें मज़बूत नहीं रह पाएंगी, अतः बीज गहराई पर ही डालिए।
बीज डालने के पश्चात ऊपर से भी मिट्टी में खाद अवश्य डालिए और हाँ, आपको केवल ऑर्गेनिक खाद का ही उपयोग करना चाहिए। केमिकल वाली खाद से युक्त उत्पाद तो हमें मार्केट में मिल ही जाएंगे, लेकिन वह सेहत को नुक़सान करते हैं इसलिए अपने घर में केमिकल रहित ऑर्गेनिक खाद का उपयोग करके आप अपने उत्पाद को सेहतमंद बना सकते हैं।
नियमित रूप से पानी दें
गमले में बीज और खाद डालकर आपने पौधा गाने की तैयारी तो कर ली है लेकिन, जैसा कि हम जानते हैं पौधों के लिए एक अति आवश्यक चीज है पानी। अतः जब भी आप बीज डालें तो उसी समय 1 या 2 मग पानी अवश्य डाल दीजिए। फिर बाद में भी रोजाना नियमित रूप से पानी डालना मत भूलिए। शिमला मिर्च के पौधे के लिए जलवायु का भी ध्यान रखना होता है, इसलिए बीजारोपण होने के बाद जब तक बीज अंकुरित ना होने लगे तब तक गमले को ज़्यादा तेज धूप में मत रखिए। शिमला मिर्च की खेती के लिए मार्च से जून महीने का समय उपयुक्त रहता है अतः इस समय में हमारे देश में विभिन्न स्थानों पर शिमला मिर्च की बहुत खेती की जाती है।
दवा का छिड़काव और खरपतवार निकालना
जब भी आपको गमले में खरपतवार यानी फालतू घास-फूस इत्यादि दिखाई दे, तो उसे ज़रूर निकाल दीजिए। वरना पौधे की वृद्धि पर प्रभाव पड़ता है। खरपतवार निकालने के अलावा पौधे में दवा का छिड़काव भी करना ज़रूरी है ताकि आप का पौधा कीड़े-मकौड़ों से सुरक्षित रहे। दवा का छिड़काव करना एक अत्यंत ज़रूरी स्टेप होता है क्योंकि दवा नहीं छिड़कने पर पौधे पर कीड़े लग जाते हैं और वे पौधे को खा जाते हैं अथवा नष्ट कर देते हैं।
फसल काटने का समय
Capsicum Plantation at Home – शिमला मिर्च का पौधा करीब 2-3 माह में अच्छी तरह से उठ जाता है और उसमें शिमला मिर्च भी पक कर तैयार हो जाते हैं। यदि आप लाल शिमला मिर्च खाना चाहते हैं तो कुछ दिनों बाद शिमला मिर्च को तोड़िए, परंतु इसी बीच दवा का छिड़काव करना ना भूलें। इस प्रकार से ऊपर बताए गए सारे स्टेप्स का पालन करके आप अपने घर पर ही गमले में केमिकल रहित स्वादिष्ट शिमला मिर्च उगाकर इससे बने विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।