Mohammed Shami wife Hasin Jahan: टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) और उनकी पत्नी हसीन जहां (Hasin Jahan) के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहाँ एक तरफ शमी आईपीएल खेलने में व्यस्त हैं तो वही शमी की पत्नी हसीन ने इस क्रिकेटर की गिरफ्तारी को लेकर के अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
बता दें कि अपनी याचिका में हसीन ने कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी है क्या है। पूरा मामला चलिए जानते हैं विस्तार से।
सुप्रीम कोर्ट पहुँची मोहम्मद शमी की पत्नी
दरअसल अपनी याचिका में हसीन ने 28 मार्च के उस आदेश को चुनौती दी है। जिसमें कोलकाता हाई कोर्ट ने सेशन कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा था। हालांकि इसके बाद हसीन अब इस मामले की याचिका को लेकर सर्वोच्च न्यायालय पहुँच गई हैं। शमी की पत्नी ने अपने वकील दीपक प्रकाश, नचिकेत वाजपेयी और दिव्यांगना मलिक वाजपेयी के जरिए यह याचिका दायर करवाई है।
2018 में लगाए थे घरेलू हिंसा के आरोप
हसीन जहां ने मोहम्मद शमी पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए थे और इसके साथ-साथ उन्होंने कई दहेज और बीसीसीआई से जुड़े दौरों पर बोर्ड की तरफ से मुहैया कराए गए कमरों में वेश्याओं के साथ अवैध सम्बंधों के भी आरोप लगाए थे।
29 अगस्त 2019 को शमी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था हालांकि शमी ने इस फैसले को सत्र न्यायालय के सामने चुनौती दी थी। जिसने गिरफ्तारी वारंट और पूरे मामले की आगे की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद हसीन ने कोलकाता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। लेकिन उच्च न्यायालय ने भी गिरफ्तारी वारंट पर लगी रोक को हटाने से इंकार कर दिया।
याचिका में कहीं यह बड़ी बात
हसीन जहां (Hasin Jahan) ने अपनी याचिका में कहा है कि “कानून के तहत किसी विशेष और मशहूर हस्ती को कोई विशेष स्थान नहीं मिलना चाहिए। इतना ही नहीं हसीन ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि कोर्ट का आदेश साफ तौर पर कानून के लिहाज से गलत है। जो कि स्पीडी ट्रायल के तौर पर तवज्जो देता है।” इतना ही नहीं हंसी ने यही कहा है कि क्रिकेटर के मामले में 4 साल से अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है और ना ही यह मामला आगे बढ़ा है।