Madhya Pradesh: भले ही आज के जमाने में प्यार महज एक खेल बनकर रह गया है, लेकिन कुछ लोग न सिर्फ सच्चा प्यार करते हैं बल्कि उसे जिंदगी भर निभाने की हिम्मत भी रखते हैं। ऐसे में फिर चाहे प्रेमी किसी भी जात, वर्ग या धर्म का क्यों न हो, दो लोगों के बीच का प्यार उस दीवार को गिरा ही देता है।
ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले एक युवक ने भारतीय लड़की से न सिर्फ प्यार किया, बल्कि उससे शादी करने लिए 10 हजार किलोमीटर का लंबा सफर भी तय किया है। ऑस्ट्रेलिया का यह दुल्हा अपनी दुल्हनिया को लेने के लिए पूरे परिवार के साथ भारत आया था, जिसकी लव स्टोरी बहुत ही यूनिक है।
देसी दुल्हन और विदेशी दुल्हा
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मनावर (Manawar) से ताल्लुक रखने वाली तबस्सुम हुसैन के गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जबकि उनके पिता पेशे से एक साइकिल मकैनिक हैं। ऐसे में तबस्सुम को साल 2016 में मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से 45 लाख रुपए की स्कॉलरशिप मिली थी, जिसक बाद तबस्सुम उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए ऑस्ट्रेलिया चली गई।
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तबस्सुम हुसैन ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में एडमिशन लिया था, जहाँ साल 2017 में उनकी मुलाकात ऐश होन्सचाइल्ड नामक विदेशी युवक से हुई थी। कॉलेज में ऐश तबस्सुम के सीनियर थे, लिहाजा पढ़ाई को लेकर उनकी अक्सर बातचीत होती रहती थी।
ऐसे में ऐश और तबस्सुम के बीच दोस्ती हो गई, जबकि आगे चलकर यह दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। ऐसे में तबस्सुम ने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद ब्रिस्बेन में स्थित एक कंपनी में नौकरी शुरू कर दी, जबकि वर्तमान में वह सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
शादी करने के लिए भारत आया दुल्हा
आमतौर पर विदेशों में शुरू हुए प्यार की कोई मंजिल नहीं होती है, लेकिन ऐश और तबस्सुम अपने रिश्ते को लेकर काफी ज्यादा सीरियस थे। लिहाजा उन दोनों शादी करने का फैसला कर लिया, जिसके बाद तबस्सुम ने अपने घर में बातचीत की और उनके परिवार वाले इस शादी के लिए राजी हो गए।
इसके बाद ऐश अपने परिवार और दोस्तों के साथ 10 हजार किलोमीटर का सफर तय करके भारत आए और उन्होंने बीते 18 दिसम्बर को इस्लामिक रीति रिवाजों के साथ तबस्सुम से निकाह कर लिया, जिसके बाद दुल्हा दुल्हन वापस ऑस्ट्रेलिया लौट गए थे।
भारत में शादी करने से पहले तबस्सुम और ऐश ने ऑस्ट्रेलिया में कोर्ट मैरिज की थी, ताकि उनकी शादी को लीगल माना जाए। आपको बता दें कि तबस्सुम के पिता सादिक हुसैन मनावर के एक बस स्टैंड के पास साइकिल मकैनिक के रूप में काम करते हैं, जबकि तब्स्सुम की 2 बहनें और 2 भाई भी हैं।
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