आज के आधुनिक दौर में हर चीज बेहद एडवांस हो गई है, जिसकी वजह से विभिन्न देशों के बीच अस्त्र शस्त्र और विमानों को लेकर भी मुकाबला होने लगा है। ऐसे में भारत रक्षा मामलों में कैसे पीछे रह सकता है, जबकि हमारे पड़ोसी मुल्क हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं।
इसी चीज को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने वायु सेना को अधिक ताकतवर बनाने का फैसला किया है, जिसके तहत नए और आधुनिक विमानों का निर्माण किया जाएगा। इस निर्माण कार्य में अहम भूमिका निभाएगा टाटा ग्रुप, जिसके चेयरमैन रतन टाटा हैं। इसे भी पढ़ें – इको फ्रेंडली घर: मिट्टी से बने कटोरों का इस्तेमाल करके तैयार की छत, गर्मी में नहीं पड़ती है AC की जरूरत
भारत सरकार ने टाटा ग्रुप के साथ करार किया है, जिसके तहत अब भारतीय वायु सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विमानों का निर्माण देश में ही किया जाएगा। इन आधुनिक विमानों को बनाने की जिम्मेदारी टाटा ग्रुप को दी गई है, जो भारत की सबसे विश्वसनीय और पुरानी कंपनी है। ऐसे में भारतीय वायु सेना जल्द ही टाटा ग्रुप द्वारा बनाए जाने वाले लड़ाकू विमानों और हथियारों का इस्तेमाल करेगी, जिससे रक्षा के क्षेत्र में भारत की स्थिति और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी।
Tata Sons to build a military aircraft. It has already acquired the rights to a German high-altitude twin-engine aircraft. A first in India.
— News18 (@CNNnews18) February 4, 2021
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भारतीय वायु सेना के लिए लड़ाकू विमान एफ 21 तैयार किया जा रहा है, जिसके पंख बनाने की जिम्मेदारी टाटा ग्रुप को सौंपी गई है। माना जा रहा है कि एफ 21 लड़ाकू विमान भारतीय वायु सेना के लिए सबसे बेहतरीन साबित होगा, जिससे मेक इन इंडिया की मुहिम को भी बढ़ावा मिलेगा।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टाटा ग्रुप द्वारा तैयार किए जाने वाले लड़ाकू विमान और हथियार भारतीय वायु सेना के लिए कितने मददगार साबित होते हैं और इससे दुश्मन देशों की हालत कैसे खराब की जा सकती है। फिलहाल इस विषय पर टाटा ग्रुप और भारत सरकार समेत अमेरिका की नामी कंपनियों के बीच बातचीत जारी है। इसे भी पढ़ें – UK की नौकरी छोड़कर गांव लौटा था कपल, अब यूट्यूब पर गाय-भैंस और खेतीबाड़ी का वीडियो अपलोड कर कमा रहें लाखों रुपए