यूं तो चोरी करने वाले लोगों को आपने हमेशा गालियाँ दी होंगी, जो घर या दुकान में चोरी करके लाखों रुपए का नुकसान कर देते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे दिलदाल चोर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने शौक-शौक में दोस्ती के साथ चोरी की घटना को अंजाम दे दिया था।
लेकिन जब चोर को अपनी गलती पर पछतावा हुआ, तो उसने चोरी की गई रकम से अपने हिस्से में आए पैसों को गरीबों में दान कर दिया। इस दरिया दिल चोर ने सड़क किनारे रहने वाले गरीब लोगों को कंबल और खाना बांट दिया, जब चोर की दिलचस्प बातें सुनकर पुलिस कर्मचारी ठहाके लगाकर हंसने लगे।
चोरी के पैसों से किया नेक काम
आमतौर पर चोर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे लोगों के घरों में पैसे और कीमती जेवर की चोरी करते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के एक युवक ने चोरी करके राज्य में अनोखी मिसाल पेश की है। दरअसल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस छापेमारी अभियान के तहत चोरी करने वाले गिरोह की तलाश कर रही थी। Read Also: शादी में बिन बुलाए दावत खाने पहुँचा MBA का छात्र, पकड़े जाने पर धोने पड़े बर्तन, वीडियो हुआ वायरल
इस दौरान उन्होंने एक गिरोह को पकड़ लिया, जिनसे पुलिस स्टेशन में पूछताछ की गई थी। ऐसे में जब एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने एक चोर से पूछा कि चोरी करके कैसा लगा और चोरी किए हुए पैसों का क्या किया, तो चोर का जवाब सुनकर सभी पुलिस अधिकारी हंसने लगे।
उस चोर ने जवाब दिया है कि मैं यारी दोस्ती में चोरी करने लगा था, हमने ढाई लाख रुपए की चोरी की थी जिसमें मुझे दस हजार रुपए मिले थे। पहले मुझे चोरी करके अच्छा लगा, लेकिन बाद में पछतावा हुआ। इसलिए मैंने चोरी के पैसों से गाय, कुत्तों को खाना खिला दिया और सड़क किनारे रहने वाले गरीब लोगों को कंबल और पैसे बांट दिए, ताकि उन्हें ठंड से राहत मिल सके।
इस दरिया दिल चोर की बातें सुनकर एसपी अभिषेक पल्लव समेत पूछताछ में शामिल सभी पुलिस कर्मी ठहाके लगाकर हंसने लगे, जबकि चोर के चेहरे पर मायूसी देखी जा सकती है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जबकि यूजर्स चोर के नेक का काम की तारीफ कर रहे हैं।
यहां देखें वीडियो
दिलदार चोर 😂❤️ pic.twitter.com/SSax12oh55
— ज़िन्दगी गुलज़ार है ! (@Gulzar_sahab) December 2, 2022
नशा करने के लिए चोरी करता था गिरोह
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो युवकों का गिरोह नशा करने के लिए चोरी की घटना को अनजाम देता था, जिससे वह गांजा और अन्य प्रकार के नशीले पदार्थ खरीदते थे। इसके अलावा इस गिरोह में शामिल लड़के जुआ खेलकर पैसे उड़ा देते थे, जिसकी वजह से उन्हें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चोरी करने पड़ती थी।
दुर्ग जिले के एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि इस गिरोह में चार युवक शामिल हैं, जिनकी चोरी करने की आदत में सुधार लाने की कोशिश की जा रही है। इस अभियान के तहत चोरी के कार्यों में लिप्त युवकों की काउंसलिंग की जाती है, जबकि उन्हें बातचीत के जरिए सामाजिक बुराईयों से अवगत करवाया जाता है।