Solar Panels VS Tulip Turbine : भारत के ज्यादातर राज्यों में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी से आम आदमी परेशान है, जिसकी वजह से महीना का बिल काफी ज्यादा आता है और पूरा बजट गड़बड़ा जाता है। ऐसे में कई लोग महंगे बिजली के बिल से छुटकारा पाने के लिए घर की छत पर सोलर पैनल या फिर ट्यूलिप टरबाइन (Solar Panels or Tulip Turbine) लगवाते हैं, जो सूरज की रोशनी और हवा से ऊर्जा पैदा करने में सक्षम हैं।
ऐसे में अगर आप बिजली के बिल (Electricity Bills) से छुटकारा पाने के लिए प्राकृतिक ऊर्जा का स्रोत तलाश कर रहे हैं, लेकिन सोलर पैनल और ट्यूलिप टरबाइन के बीच कंफ्यूज (Solar Panels VS Tulip Turbine) हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। इन दोनों ऊर्जा के स्त्रोतों का चुनाव घर के आकार और लोकेशन के आधार पर करना चाहिए, जो बिजली के बिल से राहत दिलाने में मददगार साबित होते हैं।
Read Also: भारत में बनेगी Tesla की इलेक्ट्रिक कार, 20 लाख रुपए होगी शुरुआती कीमत
Solar Panels VS Tulip Turbine
अगर आप किसी ऐसे राज्य या शहर में रहते हैं, जहाँ साल भर तेज और कड़ी धूप रहता है तो उन स्थानों पर सोलर पैनल (Solar Panel) काफी कारगार साबित होते हैं। सोलर पैनल को चार्ज होने के लिए सूर्य की रोशनी की जरूरत पड़ती है, जिसे घर की छत पर इंस्टॉल किया जाता है। ऐसे में अगर आपके घर की छत ऊंचाई पर है और वहाँ देर तक धूप रहती है, तो आपके लिए सोलर पैनल अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
लेकिन अगर आपका घर किसी ऐसे राज्य और शहर में मौजूद है, जहाँ ज्यादार समय बादल, बारिश और नमी का सीजन रहता है तो उस स्थिति में ट्यूलिप टरबाइन (Tulip Turbine) अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। ट्यूलिप टरबाइन हवा के जरिए ऊर्जा बनाते हैं, लिहाजा जिन स्थानों पर तेज और निरंतर हवा चलती रहती है वहाँ ट्यूलिप टरबाइन अच्छी बिजली पैदा करते हैं।
Read Also: अपने बजट में ढूंढ रहें हैं अच्छा मोबाइल तो यहां देखें टॉप 5 स्मार्टफोन्स, मात्र 20 हजार की रेंज में
अगर ट्यूलिप टरबाइन और सोलर पैनल (Solar Panels and Tulip Turbine) की रखरखाव और देखभाल के आधार पर तुलना की जाए, तो ट्यूलिप टरबाइन की देखरेख का खर्चा कम आता है और उसे इंस्टॉल करना भी सस्ता साबित होता है। वहीं सोलर पैनल को इंस्टॉल करना महंगा साबित हो सकता है, लेकिन इसे लंबे समय तक बिना किसी रूकावट के बिजली पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।