औरों की तरह रोहन ने भी अपनी नौकरी छोड़ मशरूम की खेती करने का फ़ैसला लिया। वैसे किसी के लिए उसकी जमी जमाई नौकरी छोड़ना इतना आसान नहीं होता है। लेकिन इन्होंने अपने एक नए इनोवेशन के लिए यह रिस्क लिया और सफल भी तो ऐसे ही लोग होते हैं, जिनमें रिस्क लेने की कैपेबिलिटी ज़्यादा होती है।
रोहन ने भी 2014 में अपनी नौकरी छोड़ मशरूम की खेती करनी शुरू की। उन्होंने अपना एक वेंचर शुरू किया जिसका नाम द मशरूम कंपनी (The Mashroom Company) रखा। आज के समय में रोहन मुंबई में ओएस्टर मशरूम (Oyster Mushroom) के सबसे बड़े उत्पादक बन चुके हैं, जिससे लगभग वह हर महीने 2 लाख रुपए कमा लेते हैं।
वैसे जब रोहन ने ओयस्टर मशरूम की खेती करनी शुरू की थी तब ज्यादातर लोग उनसे यही पूछते थे कि क्या यह भी मशरूम की ही प्रजाति है? क्योंकि ज्यादातर लोगों को ओयस्टर मशरूम के बारे में उतनी जानकारी नहीं थी। रोहन बताते हैं कि अभी भी बाज़ार में सामान्य तौर पर ही मिलने वाले मशरूम की मांग ज़्यादा है जबकि लोगों को यह पता ही नहीं है कि मशरुम के अनेक प्रकार होते हैं और यह प्रकार भी उनमें से एक है।
रोहन पहले जिस कंपनी में काम किया करते थे वहाँ भी मशरूम उगाकर उसे बेचा जाता था। लेकिन पहले की स्थिति यह है कि मार्केट में मशरूम की उतनी डिमांड ही नहीं थी। मशरूम का इस्तेमाल ज्यादातर बड़े-बड़े होटल्स और रेस्टोरेंट में इसकी तमाम प्रकार की सब्जियाँ बनाने के लिए किया जाता था।
रोहन के अनुसार वर्ष 2014 के समय बाज़ार में ओयस्टर मशरूम की क़ीमत बहुत ही कम थी। साथ ही कमर्शियल लेवल पर इसके लिए इन्वेस्टर ढूँढना और भी मुश्किल था। लेकिन फिर भी लोगों ने इन बातों से घबराए नहीं और अपने कुछ दोस्तों के साथ लोनावला में जो मुंबई से लगभग 150 किलोमीटर दूर है, वही मशरूम की खेती की शुरुआत की और आज उनके मुनाफे को देखकर यह पता लगाया जा सकता है कि अगर वह उस समय इस काम को छोड़ देते हैं तो शायद आज वह यहाँ तक नहीं पहुँच पाते।
ओयस्टर मशरूम की खेती को लेकर रोहन बताते हैं कि इसमें किसी भी प्रकार के पेस्टिसाइड का प्रयोग नहीं किया जाता। इसकी खेती के लिए गन्ने के छिलके, गेहूँ के भूसे और अन्य सूखे पदार्थों को मिलाकर खाद तैयार किया जाता है।
ओयस्टर मशरूम के अनेक औषधिय फायदे होने के साथ-साथ यह अपने टेस्ट के लिए भी काफ़ी प्रसिद्ध है। रोहन और उनके दोस्त लगभग दो लाख के मशरूम का खपत हर महीने सिर्फ़ लोकल बाज़ार में कर पाते हैं और अगर इसे बड़े लेवल, य बड़े बाजारों में पर बेचा जाए तो और भी मुनाफा कमाया जा सकता है। द मशरूम कंपनी के द्वारा हर रोज़ लगभग 70 किलो एकदम फ्रेश मशरूम बेचा जाता है।
ओएस्टर मशरूम को अपने घर पर उगाने के लिए निचे दिए गए वीडियो को देखें
ऐसा भी कहा जाता है जो व्यक्ति नॉनवेज नहीं खाता है उसे मशरूम की सब्जी बहुत पसंद आती है। मशरूम सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता है और इसका सेवन हमें अवश्य ही करना चाहिए।