HomeIndiaगांव में पुल बनवाने के लिए गिरवी रख दिए पत्नी के गहने,...

गांव में पुल बनवाने के लिए गिरवी रख दिए पत्नी के गहने, नेताओं के झूठे वादों से था परेशान

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

चुनाव का प्रचार करना हो तो नेता खूब आते जाते दिखाई पड़ते हैं, बहुत सारे वायदे करते हैं और फिर चुनाव जीतने के बाद सारे वादे भूल जाते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ था ओडिशा के गुंजरमपंजारा गाँव (Gunjarampanjara) में…जहाँ पर बिछला नदी पर पुल बनवाने का झूठा वादा नेताओं ने किया, लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया।

फिर लोगों की समस्या से परेशान होकर उसी गाँव में रहने वाले एक शख्स रंजीत नायक (Ranjit Nayak) ने जून 2022 में सरकारी अधिकारियों से झूठी उम्मीद छोड़ अपने बलबूते पर कुछ करने का सोचा।

नेताओं ने किए खोखले वादे

इस गाँव में लगभग 100 परिवार रहते हैं। रंजीत नायक ट्रक ड्राइवर का काम करते हैं। इन्होंने देखा की सरकार केवल लोगों से खोखले वादे किए जा रही है और उसे पूरा नहीं किया जा रहा है। सभी नेता कहा करते की हम बिछला नदी पर पुल बनवाएंगे जिससे गांववाले कालाहांडी ज़िले में बने ज़िला अस्पताल की सुविधाओं का लाभ भी ले सकें, परंतु किसी ने भी पुल बनवाना शुरू तक नहीं किया।

Read Also: बिजनेसमैन ने खरीदा नया हेलीकॉप्टर, फिर मंदिर पहुंच कर करवाई वाहन पूजा, वीडियो हुआ वायरल

अक्सर नदी में बह जाते थे लोग और उनके दुपहिया वाहन

लोगों को बहुत से जरूरी कामों के लिए नदी पार करनी होती थी, जिसे पार करने के प्रयास में कई लोग ज़ख्मी हो जाया करते थे, हालांकि यह नदी बहुत अधिक गहरी नहीं थी, परन्तु उसका बहाव काफ़ी तेज़ था। इसलिए तेज बहाव की वजह से लोगों के दुपहिया वाहन भी इसमें बह जाते थे।

लोगों ने कहा की यदि इस नदी पर पुल बन जाय तो गाँव वाले बिना परेशानी के कालाहांडी तथा नबरंगपुर ज़िलों तक का रास्ता तय कर पायेंगे, परंतु नेता और प्रशासन इस मामले में बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे थे।

पुल बनवाने के लिए गिरवी रख दिए पत्नी के गहने

ट्रक ड्राइवर रंजीत ने सोच लिया था कि अब वह खुद अपने बलबूते पर ही गांववालो को इस मुश्किल से उबारने के लिए कुछ करेगा। कॉन्क्रीट के पुल बनवाने में तो काफी पैसों की आवश्यकता थी, जो उसके पास नहीं थे, लेकिन उसने पक्का इरादा कर लिया था, इसलिए उसने कॉन्क्रीट की बजाय, नदी पर लकड़ी का पुल बनाने का सोचा।

जिसके लिए उसने अपनी पत्नी के गहने भी गिरवी रख दिए और इनसे जो 70, 000 रुपये की रकम मिली उससे पुल बनाने के लिए जरूरी सामान जैसे–बांस, लकड़ी वगैरह खरीद लाया।रंजीत के पिताजी, कैलाश ने भी उनकी इस काम में मदद की।

दोनों ने मिलकर पुल बनाने का काम शुरू कर दिया। पुल बनाने के लिए रंजीत ने कुछ वक्त तक अपना ट्रक ड्राइविंग का काम भी छोड़ दिया था और नवंबर 2022 में इनकी मेहनत रंग लाई.

इन्होंने गांववालों के लिए लकड़ी का ऐसा पुल तैयार कर दिया, जो इतना मज़बूत है कि उस पर आप बिना किसी परेशानी के टू–व्हिलर्स भी चला सकते हैं। रंजीत का यह कार्य निश्चित रूप से सराहनीय है, जिसकी खूब तारीफ हो रही है।

Read Also: बेटे ने पिता को सरप्राइज में दी फेवरेट बाइक, महंगी होने की वजह से पिछले साल नहीं खरीदी थी

यह भी पढ़ें
News Desk
News Desk
तमाम नकारात्मकताओं से दूर, हम भारत की सकारात्मक तस्वीर दिखाते हैं।

Most Popular