किसी भी इंसान को जिंदा रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन और पानी की जरूरत होती है, जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के साथ-साथ पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करते हैं। ऐसे में अगर कोई इंसान एक या दो दिन भोजन न खाए, तो उसके शरीर में कमजोरी आने लगती है और वह बीमार पड़ जाता है।
लेकिन जरा सोचिए अगर किसी व्यक्ति को 5 दिनों तक भोजन और पीने का पानी न मिले, तो उसका हाल क्या होगा। यकीनन उस स्थिति में इंसान के पास अपनी मौत का इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो 5 दिनों तक नींबू और कोयला खाकर जिंदा रहा था।
अनजान द्वीप में फंस गया था शख्स
इस दुनिया में बहुत से लोगों को एडवेंचर का शौक होता है, लेकिन बार उनका यह शौक उन्हें मुश्किल में डाल देता है। ऐसा ही कुछ हुआ ब्राजील के रहने वाले 51 वर्षीय नेल्सन नेडी रियो डी जेनेरियो के साथ, जो ग्रुमारी बीच (Grumari Beach) पर घूमने के लिए गए थे। इसे भी पढ़ें – चूहों के कब्जे में था महिला का 10 तोला सोना, पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में खोज निकाला
इस दौरान नेल्सन मस्ती करते हुए एक बड़े से पत्थर पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तभी समुद्र बड़ी लहर पैदा हुई और नेल्सन को अपने साथ पानी में बहा कर ले गई। हालांकि यहाँ अच्छी बात यह थी कि नेल्सन को तैरना आता था, लिहाजा वह समुद्र में डूबे नहीं और लगभग 3 किलोमीटर तक लगातार तैरते रहे।
इस तरह समुद्र में तैरते हुए नेल्सन निर्जन पालमास द्वीप पर पहुँच गई, जो एक अनजान आईलैंड था और वहाँ दूर-दूर तक कोई इंसान मौजूद नहीं था। ऐसे में नेल्सन उस अनजान आईलैंड पर फंस गए, जहाँ उन्होंने एक या दो नहीं बल्कि पूरे पांच दिन गुजारे थे। हालांकि इस दौरान नेल्सन ने समुद्र में तैरकर वापस अपने घर पहुँचने की कोशिश की, लेकिन उन्हें इस काम में सफलता नहीं मिल पाई।
जिंदा रहने के लिए खाए थे नींबू और कोयला
ऐसे में नेल्सन के पास मदद का इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था, लेकिन उस अनजात आईलैंड में उन्हें अपनी भूख को शांत करने के लिए भोजन की तलाश करनी थी। इस तरह आईलैंड पर घूमते हुए नेल्सन को एक टेंट मिला, जो शायद स्थानीय मछुआरों ने लगाया था।
उसी टेंट के पास नेल्सन को दो नींबू मिले, जबकि आईलैंड की रेत पर चारकोल बिखरा हुआ था। ऐसे में नेल्सन ने नींबू खाकर अपनी भूख को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब उनका पेट नहीं भरा तो उन्होंने चारकोल यानी कोयला खाना शुरू कर दिया था।
दरअसल उस आईलैंड में रहने वाले बंदर चारकोल खा रहे थे, जिन्हें देखकर नेल्सन को अपनी भूख मिटाने का तरीका मिल गया था। इसके अलावा उन्होंने समुद्र का खारा पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई थी, जबकि खारा पानी इंसान की सेहत के लिए काफी हानिकारकर साबित होता है।
5 दिन बाद आईलैंड से निकले बाहर
इस तरह नेल्सन ने अनजान आईलैंड पर 5 दिन कोयला और नींबू खाकर गुजार दिए थे, लेकिन उन्होंने आईलैंड से बाहर जाने के लिए तमाम कोशिशें की थी। उन्होंने मछुआरों के टेंट में मौजूद कंबल को हवा में लहरा कर लोगों को सिग्नल देने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
जिसके बाद नेल्सन ने समुद्र में तैरकर ग्रुमारी बीच तक पहुँचने का प्रयास किया, लेकिन समुद्र की तेज लहरें उन्हें बार-बार किनारे पर धकेल देती थी। इस तरह 5 दिन बीत गई, जिसके बाद नेल्सन को समुद्र में एक मोटरबोट दिखाई दी, जो आईलैंड की तरफ आ रही थी।
उस मोटरबोट को देखकर नेल्सन ने अपनी टी-शर्ट को हवा में लहराना शुरू कर दिया, जिसके बाद मोटरबोट में सवार लोगों ने उनकी मदद की और उन्हें आईलैंड से बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती करवा दिया। नेस्लन अब बिल्कुल ठीक हैं और सुनसान आईलैंड से जिंदा बाहर निकलने को चमत्कार मानते हैं। इसे भी पढ़ें – अपनी मूंछ पर गर्व करती है यह महिला, लोग उड़ाते है मजाक लेकिन ना कटवाने की है खास वजह