How to choose the right bulb for your room – गांव हो या शहर, घर और सड़कों को रोशन करने के लिए लाइट की जरूरत पड़ती है। ऐसे में बाज़ार में कई प्रकार के बल्ब और रोशनी वाले डिवाइस मौजूद हैं, जिन्हें घर में लगाते ही चारों तरफ चकाचौंध छा जाती है।
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ज्यादा चकाचौंध इंसान को अंधा कर देती है, ठीक इसी प्रकार गलत बल्ब या लाइट का चुनाव करने पर आपकी जेब, आंखों और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं घर में किस प्रकार का बल्ब या लाइट लगवाने चाहिए।
उम्र के हिसाब से करें बल्ब का चुनाव
अगर आपके घर में बुजुर्ग माता-पिता रहते हैं, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है तो उनके कमरे में ज्यादा वॉट वाला बल्ब लगाना चाहिए। दरअसल बढ़ती उम्र के साथ नजर कमजोर हो जाती है, जिसकी वजह से कम वॉट वाले बल्ब की रोशनी में कोई भी चीज साफ-साफ दिखाई नहीं देती है।
Read Also: अब AC-Cooler की जरूरत नहीं, आज ही घर लाएं Cooling Bedsheet, बिछाते ही मिलेगी बर्फ जैसी ठंडक
वहीं अगर घर में 50 या उससे कम उम्र के व्यक्ति रहते हैं, तो उनके कमरे में सामान्य रोशनी वाले बल्ब लगावने चाहिए। यह बल्ब सफेद रोशनी वाले हों तो ज्यादा बेहतर होता है, क्योंकि इससे आंखों पर अत्यधिक जोर नहीं पड़ता है।
वहीं छोटे बच्चों के कमरे में हल्के या कम रोशनी वाले बल्ब लगाने चाहिए, क्योंकि बच्चों की आंखें ज्यादा रोशनी को सहन नहीं कर पाती हैं। जबकि स्कूल पढ़ने वाले या टीनएजर बच्चों के लिए टेबल लैंप की व्यवस्था होनी चाहिए, जिसमें सीमित मात्रा में लाइट का आदन प्रदान होता है।
घर की दीवारों का रंग
घर में बल्ब या लाइट की फिटिंग करवाने से पहले एक बार कमरे की दीवारों पर लगे रंग को अच्छी तरह से देख लें, क्योंकि दीवार का रंग लाइट के रिफ्लेक्शन को प्रभावित करता है। अगर आपके कमरे की दीवारों को लाल, नीले या पीले जैसे गहरे रंग से पेंट किया गया है, तो वहाँ रोशनी के लिए ज्यादा वॉट वाले बल्ब की जरूरत पड़ेगी।
वहीं अगर आपके कमरे की दीवारें सफेद, क्रीम या हल्के गुलाबी रंग की हैं, तो कम वॉट के बल्ब से भी कमरे में अधिक रोशनी हो जाएगी। दरअसल हल्के रंग लाइट को रिफलेक्ट करने का काम करते हैं, जिसकी वजह से कम रोशनी में भी ज्यादा उजाला हो जाता है।
एलईडी बल्ब का इस्तेमाल
इन दिनों शहरों में एलईडी बल्ब की डिमांड सबसे ज्यादा है, जो कम वॉट में ज्यादा रोशनी देने के लिए जाने जाते हैं। इतना ही नहीं एलईडी बल्ब बिजली की खपत भी कम से कम करते हैं, जिसकी वजह से पूरा दिन लाइट जलाने पर भी बिजली का बिल बहुत कम आता है।
एलईडी बल्ब की क्वालिटी भी काफी अच्छी होती है, जो जल्दी फ्यूज भी नहीं होते हैं। हालांकि यह आम बल्ब के मुकाबले थोड़े कीमती होते हैं, लेकिन इन्हें एक बार घर पर लगाने के बाद रोशनी या कम लाइट की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है।
एक 10×10 वर्ग फीट के कमरे के लिए 20 से 25 वॉट वाला एक एलईडी बल्ब काफी होता है, जिसकी रोशनी आंखों को भी नहीं चुभती है और कमरा भी लाइट से जगमगाता रहता है। इसलिए अपने घर पर सही वॉट का बल्ब लगाए, ताकि आपकी आंखों और जेब पर गलत प्रभाव न पड़े।