आपने गर्मियों के मौसम में खीरा तो बहुत खाया होगा। कभी सलाद के रूप में कभी वैसे ही काटकर। क्योंकि खीरा हम सभी को बेहद स्वादिष्ट लगता है। खीरा स्वाद के साथ शरीर को ठंडा भी रखने में मदद करता है। इसलिए गर्मियों में खीरा खाना हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद रहता है। कई बार तो हम सफ़र के दौरान भी घर से खीरा ही ले जाना पंसद करते हैं, ताकि जब भी भूख लगे खीरा काटकर खा लें।
लेकिन यदि आप शहर में रहते हैं तो अक्सर बाज़ार या सब्जी के ठेले से ही खीरा खरीदते होंगे। ये जानते हुए भी कि आजकल खेतों में केमिकल का बहुत प्रयोग हो रहा है। जो कि हमारी सेहत के लिए हानिकारक है। पर आप कर भी क्या सकते हैं। लेकिन आज हम आपको इसका विकल्प बताने जा रहे हैं कि आप कैसे घर के आंगन में ही खीरा उगा सकते हैं। वह भी अपने गमले में ही। आइए जानते हैं क्या है वह आसान तरीक़ा जिससे आप गमले में भी उगा सकते हैं खीरे का पौधा…
क्या क्या चाहिए होगा
घर में खीरा उगाने के लिए आपको खीरे का बीज और एक बड़ा गमला चाहिए होगा। जो कि नर्सरी में आसानी से मिल जाएगा। इस गमले में डालने का लिए मिट्टी के साथ ही थोड़ी-सी खाद चाहिए होगी। जो कि मिट्टी की उर्वरता को बढ़ा देने वाली जैविक खाद हो। साफ़ और मीठे पानी की व्यवस्था करनी होगी। ताकि नियमित गमले को सींचा जा सके। ध्यान रहे पानी खारा या नमकीन ना हो। नहीं तो पौधा पूर्ण रूप से विकसित नहीं होगा
कैस खरीदें बीज
बीज ही पौधे की वो कड़ी होता है जो ये तय करता है कि आगे चलकर पौधा कैसा होगा। इसलिए कभी भी सस्ते के चक्कर में खराब गुणवत्ता का बीज ना लें। खीरे के बीज बंद पैकेट में भी आते हैं जिनकी क़ीमत 10 से 20 रूपये के बीच होती है। इसके अंदर बहुत से बीज होते हैं। साथ ही बीज खुल्ले भी मिलते हैं, पर खुल्ले तब ही खरीदें जब आपको बीज की गुणवत्ता को परखने का अनुभव हो। इसके लिए आप अपने आस पास किसी बीज भंडार में जा सकते हैं। वहाँ आपको खीरे के तमाम तरह के बीज मिल जाएंगे। बीज को लाने के बाद मिट्टी में डालने से पहले साफ़ पानी में एक रात भिगो दें। इससे बीज में अंकुरण जल्दी हो जाएगा और पौधा भी जल्दी उग जाएगा।
ऐसे करें मिट्टी तैयार
बीज खरीदने के बाद आप मिट्टी तैयार करने का काम कीजिए। मिट्टी आप अपने आसपास किसी खाली प्लाट से खोद कर ला सकते हैं। मिट्टी लाते समय इस बात का ज़रूर ध्यान रखें कि मिट्टी कंकड-पत्थर वाली ना हो। साथ ही मिट्टी में ज़्यादा रेत भी ना हो। ताकि पानी को मिट्टी ग्रहण करके रख सकती हो। इसके बाद आप मिट्टी को कुछ समय के लिए धूप में रख दें। ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए। क्योंकि भुरभुरी मिट्टी में पौधे का विकास जल्दी हो जाता है। साथ ही पानी धारण करने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
खाद ज़रूर डालें
जैसे मनुष्य के शरीर के विकास के लिए पोषक तत्व अनिवार्य हिस्सा हैं। वैसे ही मिट्टी के लिए खाद ज़रूरी है। खाद के बिना मिट्टी पौधे का विकास नहीं कर सकती। खाद बाज़ार में कई तरह की उपलब्ध होती है। इसलिए खाद का प्रयोग करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि खाद जैविक ही है ना कि रासायनिक। यदि खाद रासायनिक होगा तो पौधे को खराब करने के साथ ही उसके फल में गुणवत्ता में भी कमी ला देगा। इससे आप बीमार भी हो सकते हैं।
यदि संभव हो तो आप खाद के रूप में पूरी तरह से सड़ चुके गाय भैस के गोबर को भी प्रयोग कर सकते हैं। ये खाद आसपास डेयरी में पशुपालकों के पास मिल जाएगा। खाद लाने के बाद इसे मिट्टी में इस तरह से मिक्स कर लें कि थोड़ा खाद पूरी मिट्टी में मिल जाए। ध्यान रहे खाद और मिट्टी का अनुपात 1 / 10 के आसपास ही हो। नहीं तो पौधा गल जाएगा।
ऐसे लगाएँ बीज
बीज लगाना सबसे महत्त्वपूर्ण काम है। कोशिश करें कि बीज शाम के समय लगाएँ। ताकि गर्मी कम हो। मिट्टी में खाद मिलाने के बाद आप खरीदे हुए गमले में नीचे छोटा का छेद कर दें ताकि पानी उसमें कभी भी भरा ना रहे। बीज को हमेशा दो-तीन इंच मिट्टी में दबा दें साथ ही बीज लगाने के बाद मिट्टी में हल्का पानी भी दे दें। साथ ही गमले को ऐसी जगह रख दें जहाँ हल्की धूप भी आती हो। इसमें इस तरह से पानी देते रहें कि मिट्टी में नमी भी बनी रहे और पानी खड़ा भी ना हो। इसके दस दिन बाद देखेंगे आप खीरे का छोटा-सा पौधा आपको अंकुरण के रूप में दिखाई देने लगेगा। खीरे का पौधा दिखते ही आप समझ जाइए आपकी मेहनत का आधा फल मिल चुका है।
मौसम का रखें विशेष ध्यान
खीरे की बुआई सर्दी के जाते हुए दिनों में की जाती है और गर्मी के अंत में इसे उखाड़ दिया जाता है। साथ ही आप ध्यान रखें कि खीरे की बेल आसपास किसी चीज पर चढ़ा दें इससे खीरे लम्बे ज़्यादा होंगे। खीरे के पौधे को पानी नियमित चाहिए पर ऐसा ना हो कि उसे एक साथ भर दे। खासतौर पर छोटे पौधे में। साथ ही ये ध्यान रहे कि खीरे की बेल किसी ऐसी चीज पर ना चढ़ जाए जो कि बेहद गर्म रहती हो। इससे खीरा खराब हो जाएगा।
जैसे कि AC, लोहे की राॅड आदि पर। जब खीरे की बेल बड़ी हो जाए तो हर हप्ते उसमें खीरे देखते रहें। जो खीरा पक जाए उसे तोड़ लें, नहीं तो वह पककर खराब होने लगेगा। याद रहे खीरे के पौधा केवल एक सीजन ही खीरा देगा अगले सीजन में इसे उखाड़कर आपको दोबारा से खीरा लगाना पड़ेगा। सारी प्रक्रिया फिर से दोहरानी पड़ेगी।