Cardamom Cultivation – भारत देश के मसालों की पहचान तो दुनियाभर में है। कहते हैं जब पहली बार अंग्रेज भारत आए थे तो यहाँ से मसाले ही लेकर गए थे और उसे अपने यहाँ कई गुना मुनाफे में बेचा था। इसके बाद तो अंग्रेज़ी हुकूमत को मानो भारत सोने से भी प्यारा हो गया। लगातार आते गए और मसालों की नई-नई फैक्टरी खड़ी करते गए। इससे भारत गुलामी के साथ घाटे में भी जाता गया।
आज हम आपको इलाइची के बारे में बताने जा रहे हैं। इलायची तो आपने कई बार खाने के साथ, तो कई बार चाय में डालकर ज़रूर पी होगी। इलायची का बेहद अलग-सा स्वाद उसे सभी दूसरे मसालों से अलग करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इलायची की खेती भी की जा सकती है। आपने भले ही इलायची की खेती को अबतक कभी ना देखा हो, पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आख़िर कैसे होती है इलायची की खेती? इलायची की खेती कर आप लाखों रूपये की आमदनी भी कर सकते हैं। क्योंकि बाज़ार में कुछ ग्राम इलायची की क़ीमत भी सैकड़ों में होती है।
इलायची के क्या हैं फायदें
जानकार बताते हैं कि इलायची का प्रयोग मिठाई में ख़ुशबू बढ़ाने के लिए भी प्रयोग होता है। जिससे हम मिठाई बड़े शान से खाते हैं। डॉक्टर मानते हैं कि इलायची का नियमित सेवन करने से बहुत से रोगों से बचा जा सकता है। इलायची का सेवन पुरुषों के लिए भी बहुत फायदेमंद रहता है। इसलिए हमें इलायची का सेवन करते रहना चाहिए।
कहाँ और कैसे होती है इलायची की खेती
मसालों के उत्पादन में दक्षिण भारत का नाम हमेशा आगे रहता है। इलायची की खेती दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में होती है। ये वह राज्य हैं जहाँ तमाम दूसरे मसाले भी उगाए जाते हैं। इलायची की खेती दो तरह से होती है। एक तो बीज बोकर और दूसरी पौध लगाकर। यदि आप बीज बोकर खेती करना चाहते हैं तो ध्यान रहे बीज ज़्यादा पुराना ना खरीदें। साथ ही बीज खरीदने से पहले अच्छे से रिसर्च भी कर लें। कभी भी सस्ते के चक्कर में घटिया क्वालिटी का बीज ना खरीदें। इससे आपको आगे चलकर भारी नुक़सान उठाना पड़ सकता है।
बीजों को खरीदने के बाद खेत में 10 सेमीं की दूरी पर बीज बोएँ। साथ ही ध्यान रखें कि एक हेक्टेयर में 1 से डेढ किलो बीज का प्रयोग ही करें। इसके अलावा यदि आप पौध लेना चाहते हैं तो आसपास नर्सरी से आपको इलायची की पौध मिल जाएगी। वहाँ से आप पौध खरीद कर सीधे खेत में लगा सकते हैं। लेकिन बुआई करते समय हमें बहुत-सी बातों का ध्यान रखना होगा।
कब करें बुवाई
ईलायची के पौधे (Cardamom plant) की बुवाई जुलाई माह में करनी चाहिए। क्योंकि इस मौसम में बारिश अच्छी होती है जिससे पानी नहीं देना पड़ता। साथ ही ध्यान रखें इलायची के पौधे छायादार जगह में लगाएँ। सूर्य के सीधे प्रकाश में ये पौधे सूख जाते हैं। इलायची की खेती पानी बहुत लेती है। इसलिए पानी समय-समय पर देते रहें। इलायची की कुल दो किस्में हैं। एक तो छोटी इलायची और दूसरी बड़ी इलायची। ये दोनों किस्में अच्छी किस्मों की इलायची में आती हैं।
इलायची से कितनी होगी कमाई Cardamom Cultivation
Cardamom Cultivation – इलायची का पौधा लगाने के बाद तीन साल तक लंबा इंतज़ार करना पड़ता है। तीन साल बाद इसमें इलायची लगनी शुरू हो जाती है। इस दौरान इसकी अच्छी देखभाल भी करनी पड़ती है। एक हेक्टेयर में सूखी इलायची करीब 130 से 150 किलो तक निकल जाती है। इलायची की फिलहाल बाज़ार में क़ीमत 2 हज़ार रूपये प्रति किलो है। ऐसे में आप इलायची की खेती से तीन लाख रूपये सालाना की कमाई बड़े आराम से कर सकते हो। बस ज़रूरत है कि आप अच्छे से देखभाल कर सकते हों।