शुरू से लेकर आज तक किसानों की यह समस्या रही है कि उन्हें उनके लागत की तुलना में मुनाफा नहीं हो पाता है। ज्यादातर किसानों की यही शिकायत होती है कि उनकी फसलों को बहुत कम दामों पर खरीदा जाता है। इससे उन्हें मुनाफा होने के बजाय घाटे को सहन करना पड़ता है। इसलिए आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अंजीर की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी खेती कर किसान लागत की तुलना में ज़्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
रेतीली ज़मीन की होती है ज़रूरत
अंजीर की खेती करने के लिए रेतीली ज़मीन उपयुक्त होता है। यानी जिस तरह की जलवायु और रेतीली मिट्टी राजस्थान में पाई जाती है उसी तरह की मिट्टी की आवश्यकता होती है अंजीर की खेती को करने के लिए। ऐसा माना जाता है कि अंजीर का पौधा 45 डिग्री तक तापमान सहन कर सकता है।
6 महीने में तैयार हो जाता है अंजीर का पौधा
अंजीर की खेती करने के 6 महीने के अंदर ही यह पूरी तरह से तैयार हो जाता है और फल भी देने लगता है। अंजीर के पौधे की उम्र लगभग 50 सालों तक होती है। यानी पौधे को लगाने के 50 सालों तक आप इससे फल प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपके पास 1 एकड़ ज़मीन है तो उसमें आप लगभग 700 अंजीर के पौधे को लगा सकते हैं। जिसमें प्रत्येक पौधे से लगभग 25 किलो तक फल आपको प्राप्त हो सकता है और इसके पेड़ की उम्र के साथ-साथ इसमें फलों का उत्पादन भी बढ़ता जाता है। इसलिए यह बहुत ही मुनाफे का खेती होता है।
4 सौ से 1 हज़ार रुपए किलो तक बिकता है अंजीर
अगर अंजीर की क़ीमत की बात की जाए तो बाजारों में इसकी क़ीमत बहुत ज़्यादा है। यह लगभग 400 रुपए से लेकर 1 हज़ार रुपए किलो तक मिलता हैं। अनेक गुण से भरपूर अंजीर में विटामिन भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही साथ अंजीर के फल का सेवन करने से आपको भरपूर मात्रा में ऊर्जा मिलती है।
वो कहते हैं ना “आम के आम, गुठली के दाम।” ठीक इसी तरह अंजीर को खाने के साथ-साथ इसके सूखने के बाद इसका उपयोग दवाइयों को बनाने में भी किया जाता है। इस तरह अंजीर की खेती करना बेहद ही मुनाफे का सौदा है। इससे किसान को उनकी लागत की तुलना में अधिक फ़ायदे हो सकते हैं।