हमारे देश में जब को रोना की दूसरी लहर आई, तो सभी को ऑक्सीजन का महत्त्व पता चल गया, क्योंकि इस दौरान सारे देश में ऑक्सीजन की बहुत ज़्यादा कमी पाई गई। ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण बहुत से लोगों को जान भी गंवानी पड़ी। पहले जहाँ लोग पेड़ पौधों के महत्त्व को नहीं समझ रहे थे और पेड़ों की कटाई की समस्या को हल्के में ले रहे थे, वहीं अब ऑक्सीजन की कमी से सभी को पता चल गया कि पेड़ पौधों का हमारे जीवन में क्या महत्त्व है।
अमेरिका (America) की स्पेस एजेंसी नासा (NASA) ने ऐसे 10 पौधों के बारे में बताया, जिन्हें घर में लगाने से आपके घर की सुंदरता भी बढ़ेगी और कई रोग दूर होंगे, इसके साथ ही इन पौधों से आपको भरपूर ऑक्सीजन भी प्राप्त होगी। इन पौधों को आप घर के किसी रूम में भी रख सकते हैं। कम स्थान और कम खर्चे में लगाए जाने वाले इन पौधों से ऑक्सीजन भी मिलेगी, तो चलिए जानते हैं कौनसे हैं वे 10 पौधे… These Indoor Plants that Purify Air
गरबेरा डेजी (Gerbera Daisy)
इस पौधें को ज्यादातर लोग सजावट के लिए प्रयोग किया करते हैं, क्योंकि यह प्लांट बहुत ही खूबसूरत होता है। इसकी खासियत ये है कि रात के समय में भी यह प्लांट ऑक्सीजन निर्मित करता है। इसके अलावा गरबेरा डेजी को सूरज की सीधी धूप की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है, अतः इसे ऐसे स्थान पर रखा जाना चाहिए जहाँ पर कुछ घंटें की ही डायरेक्ट सनलाइट प्राप्त हो सके।
नासा द्वारा किए गए एक रिसर्च के में बताया गया कि गरबेरा डेजी प्लांट वातावरण में से ट्राईक्लोरोएथिलिन व बेनजेन को अवशोषित कर लेता है। इन पौधों को नियमित रूप से आने देने की आवश्यकता रहती है, क्योंकि अगर इसकी मिट्टी में नमी रहेगी, तो ही यह प्लांट सही तरह से वृद्धि कर पाएगा। इस पौधे को रूम की खिड़की के पास में भी रखा जा सकता है।
चाइनीज एवरग्रीन (Chinese Evergreen)
यह पौधा 18 से 27 डिग्री टेम्परेचर में ठीक तरह से बढ़ता है। हालांकि यह प्लांट धीरे-धीरे वृद्धि करता है पर इससे भी सूरज की ज़्यादा रोशनी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। चाइनीज एवरग्रीन प्लांट की पत्तियाँ बड़ी होती है, जिनकी अधिकतम लम्बाई 3 फीट तक होती है। यह पौधा वातावरण से बेनजेन व फॉर्मेल्डिहाइड का अवशोषण भी करता है। इसे भी रोजाना पानी देने की आवश्यकता नहीं पड़ती, लेकिन इन प्लांट्स को जानवरों से सुरक्षित रखना ज़रूरी होता है, क्योंकि जानवरों के लिए यह जहरीला भी हो सकता है।
स्पाइडर प्लांट (Spider Plant)
स्पाइडर प्लांट को रिबन प्लांट भी कहा जाता है। इस प्लांट की हाईट करीब 60 सेंटीमीटर अथवा 2 फीट तक भी होती है। यह प्लांट 2 डिग्री टेम्परेचर तक में भी रह लेते हैं। परन्तु नासा ने बताया कि इनके लिए 18 से 32 डिग्री टेम्परेचर अच्छा रहता है। ये प्लांट्स भी वातावरण में से कार्बन मोनोऑक्साइड व जाइलीन इत्यादि गैसों को एब्जॉर्ब करते हैं। इनको हफ्ते में 1 बार ही पानी देने की आवश्यकता होती है। इन पौधों से लिविंग रूम अथवा बेडरूम की सजावट भी की जा सकती है।
ब्रॉड लेडी पाम (Broadleaf lady palm)
ब्रॉड लेडी पाम को बैम्बू पाम भी कहते हैं। यह पौधे क्लीनिंग उत्पादों में उपस्थित अमोनिया गैस को अवशोषित कर लेते हैं। इसके साथ ही यह प्लांट्स हवा को भी शुद्ध करते हैं तथा वातावरण में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाते हैं। इस पौधे की ऊंचाई 4 मीटर तक बढ़ सकती है। इन प्लांट्स को तेज धूप की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए इन्हें ऐसे स्थानों पर रखा जाता है, जहां पर छाया रहे। हाँ, लेकिन गर्मियों के मौसम में रोजाना पानी देना आवश्यक होता है।
ड्रैगन ट्री (Dragon Tree)
इस प्लांट का दूसरा नाम रेड-एज ड्रैसेनिया भी होता है। इसकी खासियत यह है कि यह पौधा नुकसानदायक गैसों, बेनजेन, जाइलीन, टोलुईन और ट्राईक्लोरोएथिलिन इत्यादि को वातावरण से अब्सॉर्ब कर लेते हैं। इन प्लांट को ऐसे स्थानों पर रखना होता है, जहाँ पर धूप आती हो। हालांकि इसे आप बालकनी में अथवा रूम में भी रख सकते हैं।
वीपींग फिग (Weeping Fig)
ये रूम प्लांट महारानी विक्टोरिया के ज़माने से ही काफ़ी लोकप्रिय रहा है। इन पौधों में तनों से ही जड़ें उगना शुरू हो जाती हैं, फिर जब इसकी जड़ें बढ़ती हुई ज़मीन तक पहुँचती हैं, तब वे इसमें ख़ुद ही एक और तना बना लेती हैं। वीपिंग फिग की पत्तियाँ जब नीचे लटकती है तो जैसे आंसुओं के टपकने की तरह नज़र आती हैं।
यही वज़ह है कि इसका नाम वीपींग ट्री पड़ा है। ये प्लांट भी बहुत तीव्रता से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ऑक्सीजन गैस छोड़ता है। ये पौधे जानवरों में एलर्जी की समस्या पैदा कर सकते हैं। इन प्लांट्स की जड़ें गमले अथवा ज़मीन में काफ़ी तेज गति से विस्तार कर लेती हैं और इन पौधों की ऊँचाई करीब 20 मीटर होती है।
एरेका पाम (Areca Palm)
यह पौधा भी कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ऑक्सीजन गैस निकालता है। इसकी खासियत यह भी है कि ये प्लांट्स कम धूप व कम पानी में भी वृद्धि कर लेते हैं। अमेरिकी स्पेस एजेंसी द्वारा बताया गया है कि अगर आपके घर में कंधे के बराबर लम्बाई का एरेका प्लांट है, तो यह काफ़ी अच्छा रहता है। जैसा कि हमने दूसरे पौधों के बारे में आपको बताया उसी तरह ये पौधा भी वातावरण से हानिकारक गैसों फॉर्मल्डिहाइड व जाइलीन इत्यादि को अब्सॉर्ब करता है। इस प्लांट को आप लिविंग रूम में भी रख सकते हैं।
एलोवेरा प्लांट (Aloe vera)
एलोवेरा के पौधे के फायदे कौन नहीं जानता है? इसका इस्तेमाल रसोई में तो होता ही है, साथ ही कई सारे ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है। एलोवेरा की पत्तियाँ भी हवा में उपस्थित फ्लोर वार्निश, वार्निश व डिटर्जेंट में मिलने वाली फॉर्मल्डिहाइड इत्यादि गैसों को अवशोषित कर लेती है। इस प्लांट को भी ज़्यादा पानी देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, परंतु इस पौधे को ज़्यादा धूप की आवश्यकता होती है। अतः इसे धूप में रखना बेहतर रहता है।
स्नेक प्लांट (Snake Plant)
स्नेक प्लांट की विशेषता यह है कि ये रात के वक़्त भी ऑक्सीजन छोड़ता है। इसके साथ ही यह प्लांट फॉर्मल्डिहाइड, जाइलीन ट्राईक्लोरोएथिलिन, बेनजेन, टोलुईन व ट्रिक्लोरो जैसी ज़हरीली गैसों को सोख लेता है। इस पौधे को आप अपने रूम में खिड़की के पास भी रख सकते हैं।
मनी प्लांट (Money Plant)
मनी प्लांट के बारे में तो आप सभी जानते होंगे क्योंकि वास्तु शास्त्र के हिसाब से-से घर में रखना काफ़ी शुभ माना जाता है। इस पौधे की खासियत यह होती है कि ये पौधा कम धूप में भी ऑक्सीजन तैयार कर सकता है। यह प्लांट बच्चों के लिए जहरीला होता है, इसलिए यह पौधा बच्चों व जानवरों से दूर रखना चाहिए। अगर कोई भी बच्चा इस प्लांट की पत्तियाँ खा ले, तो उसे उल्टीयाँ, डायरिया, मुंह व जीभ पर सूजन जैसी परेशानी हो सकती है। इस पौधे को हफ्ते में केवल 1 बार ही पानी देने की आवश्यकता पड़ती है।