तेल की बढ़ती कीमतों पर आपने ख़ूब जोक पढ़े होंगे। कभी लोग तेल की कीमतों से परेशान होकर साइकिल पर चलने लगते हैं। कभी घोड़ा गाड़ी पर बैठ जाते हैं। बहुत से लोग तो ये भी कह देते हैं कि मोटरसाइकिल के दिन अब पूरे हो गए।
लेकिन ये सब तो केवल मज़ाक भर के लिए होते हैं। इनसे आपका मनोरंजन तो हो जाता है, पर तेल की कीमतों का बोझ आप पर से कम नहीं होता। आज हम आपको जो ख़बर बताने जा रहे हैं, उसे पढ़कर आपका दिल और दिमाग़ दोनों शांत महसूस करेंगे। क्योंकि इस जुगाड़ से आपकी जेब पर से तेल की कीमतों का बोझ कम नहीं, बाल्कि ख़त्म ही हो जाएगा।
क्या है वह जुगाड़
इस फोटो में आप देख सकते हैं कि बाइक के इंजन को किस तरह से बना दिया गया है। देखने में भले ही ये पेट्रोल वाली बाइक लग रही हो, पर ये बैटरी से चलती है। बैटरी को दो घंटे चार्ज करने पर इससे 40 किलोमीटर तक की यात्रा बड़े आराम से की जा सकती है। इस देसी जुगाड़ को यदि आप भी अपनी मोटर साइकिल में लगवाना चाहते हैं तो इसका ख़र्चा महज़ 10 हज़ार रुपए आएगा। इस दस हज़ार रुपए ख़र्च के बाद आपको पेट्रोल से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाएगी।
कैसे काम करता है ये देसी जुगाड़
इस जुगाड़ को लगाने के लिए बाइक से इंजन को उतार दिया गया है। इंजन की जगह पर एक बैटरी और डीसी मोटर लगा दी गई है। बैटरी से ही वह मोटर करंट लेता है। इस बैटरी को फुल चार्ज करने के बाद जब हम स्टार्ट करते हैं तो मोटर चालू हो जाती है। मोटर पर से चैन पहिए पर चढ़ी हुई है। इसलिए मोटर के साथ ही पहिया भी घूमता है और बाइक आगे बढ़ जाती है। इस तरह से इस बाइक में सर्विस भी करवाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही ये बाइक पर्यावरण को भी किसी तरह का नुक़सान नहीं पहुँचाती।
काबिले तारीफ है ये जुगाड़
ये जुगाड़ तो आपको भी बेहद पसंद आया होगा। लेकिन हम आपको इस जुगाड़ को बनाने वाले का नाम नहीं बता सकते। क्योंकि मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के सेक्शन 52 के अंतर्गत यदि कोई भी कंपनी के मूल वाहन से छेड़छाड़ कर उसे अलग आकार देता है तो उसे जेल और जुर्माना दोनों हो सकते हैं। भले ही हम उसका नाम ना बता सके, पर इस बात में कोई दोराय नहीं है कि जहाँ भी वह व्यक्ति होगा अपने इस देसी जुगाड़ की वाहवाही ज़रूर सुन रहा होगा। हम भी उसे इस देसी जुगाड़ के लिए बधाई देना चाहेंगे।