Indian Railways Train Ticket: भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन माना जाता है, जिसमें रोजाना सैकड़ों लोग सफर करते हैं। वहीं दूसरी तरफ देश में टेक्नोलॉजी बेहद तेजी से एडवांस हो रही है, जिसकी वजह से यात्री ऑनलाइन टिकट बुक करने के साथ उसे ट्रांसफर और कैंसिल करने जैसी कई विभिन्न सुविधाओं का फायदा उठाते हैं।
ऐसे में अब भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए टिकटों की छपाई बंद करने का फैसला किया है, जिसके तहत विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर टिकट प्रिटिंग प्रेसों को बंद करने का आदेश दिया जा चुका है। इस फैसले के बाद आपको कागज में छपाई वाली टिकट (Indian railway paper ticket) ज्यादा लंबे समय तक देखने को नहीं मिलेगी, क्योंकि उसकी जगह पर डिजिटल टिकट का इस्तेमाल किया जाएगा।
टिकट प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने का आदेश
दरअसल भारतीय रेलवे ने साल 2017 में सरकारी टिकट प्रिटिंग प्रेस को बंद करने की प्रस्ताव रखा था, ताकि टिकटों की छपाई का काम थर्ड पार्टी यानी निजी कंपनियों को दिया जा सके। भारतीय रेलवे के पास कुल 14 सरकारी टिकट प्रिटिंग प्रेस मौजूद थी, जिसमें से 9 प्रेस को पहले ही बंद किया जा चुका था।
वहीं बाकी बची 5 प्रिटिंग प्रेस के जरिए अभी तक टिकटों की छपाई का काम किया जा रहा था, जिसमें भायखला (मुंबई) , हावड़ा (कोलकाता) , शकूरबस्ती (दिल्ली) , रोयापुर (चेन्नई) और सिकंदराबाद (तेलंगाना) का नाम शामिल है। हाल ही में रेलवे बोर्ड ने इन पांचों टिकट प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने का आदेश दे किया है, जहाँ टिकट के अलावा कैश रसीद और 46 प्रकार के मनी वैल्यू वाले दस्तावेजों की छपाई होती थी।
भारतीय रेलवे बोर्ड की मानें तो देश में डिजिटल टिकट का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, जिसकी वजह से कागजी टिकटों की बिक्री बेहद कम हो गई है। वर्तमान समय में 81 फीसदी टिकट ऑनलाइन बिकती हैं, जबकि सिर्फ 19 फीसदी टिकटों को काउंटर से खरीदा जाता है। ऐसे में भारतीय रेलवे डिजिटल युग की तरफ कदम बढ़ा रही है, जिसकी वजह से भविष्य में शायद ही कागज वाली टिकट देखने को मिलेगी।