Chhattisgarh : इस धरती पर अलग-अलग प्रकार के जीव जंतु पाए जाते हैं, जो प्रकृति को खूबसूरत बनाने के साथ-साथ इको सिस्टम को दुरुस्त बनाने भी अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन अगर यह जानवर जंगल छोड़कर इंसानी बस्तियों तक पहुँच जाए, तो उनकी वजह से आम आदमी का जीवन मुश्किल में पड़ जाता है।
ऐसे में इन दिनों छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में रहने वाले स्थानीय लोग काफी डरे हुए हैं, क्योंकि इस इलाके में एक खतरनाक जानवर घूम रहा है। यह जानवर न सिर्फ जीव जंतुओं का शिकार करता है, बल्कि कब्र खोदकर मृतकों की लाश भी चट कर जाता है और नवजात बच्चों को अपना भोजन बना लेता है।
बिज्जू के डर से परेशान हुए लोग
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में दहशत फैलाने वाले इस जीव का नाम बिज्जू है, जिसे स्थानीय लोग कब्र बिज्जू कहकर पुकारते हैं। इस जानवर की शारीरिक आकृति काफी हद तक नेवले या बिल्ली से मिलती जुलती है, जिसके पास लंबी पूंछ भी होती है।
यूं तो बिज्जू घने जंगलों में निवास करता है, लेकिन इन दिनों इसे मुंगेली जिले के लोरमी शहर में खुलेआम घूमते हुए देखा गया है। कब्र बिज्जू एक ऐसा जानवर है, जो अपनी भूख शांत करने के लिए कब्रिस्तान में दफन लाशों को जमीन से खोदकर बाहर निकल लेता है और फिर उसे खा जाता है।
यही वजह है कि लोमरी शहर के लोग बिज्जू को देखने जाने से दहशत में आ गए हैं, क्योंकि यह जानवर मौका मिलने पर नवजात बच्चों और पालतू जानवरों को भी अपना भोजन बना लेता है। बिज्जू को एक आदमखोर जीव माना जाता है, जो मांस देखते ही लालची हो जाता है और जीवित इंसान पर हमला कर देता है।
मुंगेली जिले के विभिन्न शहरों में कब्र बिज्जू को देखने का दावा किया गया है, जिसक आतंक इतना ज्यादा बढ़ गया है कि वह स्थानीय लोगों के घर और दुकानों के अंदर भी घुसने लगा है। यही वजह है कि स्थानीय लोग अपने छोटे बच्चों को अकेला नहीं छोड़ रहे हैं, जबकि रात के समय में पुरुष घर के बाहर पहरा देते हैं।
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कोरोना काल के दौरान जंगल से आया था बाहर
वैसे तो बिज्जू एक सर्वाहारी जीव है, जो मांस के अलावा फल, बीज और कंदमूल खाना पसंद करता है। लेकिन मुंगेली जिले में घूम रहे बिज्जू के झुंड ने कब्रों को खोदकर खाना शुरू कर दिया है, जो रात के अंधेरे में बहुत फुर्ती के साथ कब्र खोदता है और मांस को झटपट खा जाता है।
कोरोना काल के दौरान जब भारत में मरीजों और मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा था, उस दौरान बिज्जू को जंगल से बाहर आने का मौका मिल गया था। कोरोना की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी, जिसकी वजह से बिच्चू को भरपूर मात्रा में भोजन मिल रहा था और वह कब्रिस्तान के आसपास घात लगाए बैठा रहता था।
बिज्जू को पकड़ने के लिए ऑपरेशन जारी
यही वजह है कि मुंगेली पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी बिच्चू को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिसके लिए एक नंबर भी जारी किया गया है। अगर किसी व्यक्ति को अपने इलाके में बिज्जू घूमते हुए दिखाई देता है, तो वह उस नंबर पर कॉल करके पुलिस और वन विभाग के कर्मचारियों को सूचित कर सकते हैं।
आपको बता दें कि शेर और चीते की तरह ही बिज्जू भी अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है, क्योंकि बीते कुछ सालों में इस प्रजाति के जानवरों की संख्या में काफी कमी देखी गई है। ऐसे में बिज्जू का नाम एक संरक्षित जीव के रूप में दर्ज किया गया है, जिसे मारना या नुकसान पहुँचाना कानून अपराध है।
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