Winter Car Care Tips : भारत में सर्दी का मौसम लगभग शुरू हो गया है, जिसमें लोगों को अपनी सेहत का ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है। लेकिन अगर आप सर्दी के मौसम में सिर्फ अपना ध्यान रखते हैं और अपनी गाड़ी को भूल जाते हैं, तो यकीनन इस सीजन में आपको कार चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
सर्दी के मौसम में गाड़ी को खास देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि बाहर का तापमान बहुत ज्यादा ठंडा होता है और इसकी वजह से कार की प्रफोमेंस पर बुरा असर पड़ने लगता है। ऐसे में आज हम आपको कार को मैनटेन रखने के कुछ आसान से उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप सर्दी के मौसम में फ्लो कर सकते हैं।
गर्म होने दें कार का इंजन
सर्दी के मौसम में इंजन को गर्म होने में टाइम लगता है, जिसकी वजह से कार चलाने में दिक्कत होने लगती है। ऐसे में जब भी आप कार स्टार्ट करें, तो कुछ देर के लिए एक्सीलेटर का इस्तेमाल करके इंजन को गर्म होने दें। ऐसा करने से कार चलते-चलते अपने आप नहीं रूकेगी और उसकी प्रफोमेंस पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा।
बैटरी चार्जिंग का रखें ध्यान
कार की बैटरी अक्सर काफी पुरानी हो जाती है, जिसकी वजह से बैटरी को हर 3 से 4 दिन के अंदर चार्ज करना जरूरी हो जाता है। ऐसे में कार को रोजाना कम से कम 5 से 7 किलोमीटर तक चलाना चाहिए, जिससे कार की बैटरी चार्ज रहती है और ठंड के मौसम में कार स्टार्ट करने में दिक्कत नहीं होती है।
एंटी फॉगिंग एलिमेंट का इस्तेमाल
सर्दी के मौसम में अक्सर कार के अंदर कोहरा जमा हो जाता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए आप एंटी फॉगिंग एलिमेंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि कार के अंदर छोटी-सी पोटली में चावल रखने से भी फॉग जमा होने की समस्या खत्म हो जाती है।
कार वाइपर को बदलते रहें
कार की सबसे अहम चीजों में वाइपर का नाम भी शामिल होता है, जो शीश पर जमने वाली पानी की बूंदों और गंदगी को साफ करने का काम करते हैं। ऐसे में कई बार लगातार काम करने की वजह से वाइपर की रबड़ खराब हो जाती है, जिससे व्यू साफ नहीं दिखता है।
ऐसे में जरूरी है कि आप कार के वाइपर में लगे रबड़ को समय रहते बदल दें, जिसमें 200 रुपए का खर्च आता है। खासतौर से सर्दी के मौसम में वाइपर की रबड़ का ठीक होना बेहद जरूरी है, क्योंकि कार के शीशे पर रात भर में पाला पड़ जाता है जिसे साफ करने के लिए वाइपर का इस्तेमाल करना पड़ता है।
कार में डिफॉगर का इस्तेमाल
सर्दी के मौसम में बाहर काफी ज्यादा धुंध रहती है, जिसकी वजह से कार में डिफॉगर का इस्तेमाल करना जरूरी हो जाता है। डिफॉगर की वजह से ग्लास पर जमा मॉयश्चर साफ हो जाता है, जिससे कार चलाने में सुविधा होती है।
इमरजेंसी इंडिकेटर का न करें इस्तेमाल
सर्दी के मौसम में कार चलाते वक्त हेडलाइट का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि इमरजेंसी इंडिकेटर देने से दुर्घटना होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
कार में फॉग लैंप का इस्तेमाल
ठंड के मौसम में कार के फॉग लैंप का खास ख्याल रखना चाहिए, जिसकी तरफ ज्यादातर लोगों का ध्यान नहीं जाता है। कार में फॉग लैंप होने से धुंध को साफ करने में काफी मदद मिलती है, जिसकी वजह से दुर्घटना होने का खतरा कम हो जाता है।
एसी का करें इस्तेमाल
कार के विंडशील्ड पर जमा मॉयश्चर को दूर करने के लिए एसी का इस्तेमाल किया जा सकता है, जबकि कार में ज्यादा लोगों के बैठने पर भी शीशे पर भाप जमा हो जाती है। ऐसे में कार के अंदर एसी चलाने से मॉयश्चर दूर हो जाता है, जिससे कार ड्राइव करने में आसानी होती है।
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