QR code in LPG cylinder : एक तरफ जहाँ देश भर में एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ग्राहकों को गैस चोरी का शिकार भी होना पड़ता है। आमतौर पर घर-घर गैस सिलेंडर की डिलीवरी करने वाले कर्मचारी सिलेंडर से 2 से 3 किलोग्राम एलपीजी गैस निकाल लेते हैं, जिसका नुकसान ग्राहक को भुगतना पड़ता है।
ऐसे में आम नागरिकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक नया नियम जारी किया है, जिसके तहत घरेलू गैस सिलेंडर पर खास QR कोड दिया जाएगा। इस फीचर की वजह से गैस चोरी की समस्या दूर हो जाएगी, जबकि ग्राहक गैस लीकेज समेत अन्य प्रकार की दिक्कतों को आसानी से सुलझा सकेगा।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर में QR कोड
देश भर में घरेलू गैस की चोरी पर लगाम लगाने के लिए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने एक नया फीचर लॉन्च किया है, जिसके तहत घरेलू सिलेंडर के ऊपर एक खास तरह का क्यूआर कोड आएगा। इस क्यूआर कोड की वजह से गैस चोरी की समस्या को हल किया जा सकता है, जबकि घरेलू सिलेंडर की ट्रैकिंग और ट्रेसिंग का काम भी आसान हो जाएगा।
इस नए फीचर को अगले 3 महीनों के अंदर सभी घरेलू सिलेंडर्स में फिट कर दिया जाएगा, जिसकी मदद से ग्राहक क्यूआर कोड को स्कैन करके यह पता लगा सकता है कि सिलेंडर किस डीलर के यहाँ से आया है। इसके अलावा क्यूआर कोड के जरिए सिलेंडर की डिलीवरी करने वाले शख्स की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।
एलपीजी गैस की चोरी पर लगेगी लगाम ऐसे में अगर घरेलू सिलेंडर में एलपीजी गैस तय माप से कम होती है, तो उस स्थिति में क्यूआर कोड के जरिए डिलीवरी मैन या फिर डीलर के खिलाफ शिकायत करना आसान हो जाएगा। ऐसे में क्यूआर कोड फीचर की वजह से डीलर या डिलीवरी करने वाला व्यक्ति गैस चोरी करने का रिस्क नहीं ले सकता है, क्योंकि इससे उसकी नौकरी पर ही संकट आ सकता है।
आपको बता दें कि घरेलू सिलेंडर पर चिपकाए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके ग्राहक यह भी पता चला सकता है कि सिलेंडर में कहाँ और कितनी बार गैस की रीफ्यूलिंग की गई है, जिसकी वजह से एलपीजी गैस के बिक्री में चल रही धांधली को काफी हद तक रोका जा सकता है।
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