Hair on Tyres : भारत समेत दुनिया भर में गाड़ियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है जबकि सड़क हादसों में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। ऐसे में सरकार ने रोड एक्सीडेंट्स को कम करने के लिए जरूरी नियम कानून तय किए हैं, हालांकि इसके बावजूद भी लोग नियमों का उल्लंघन करते हुए नजर आते हैं।
इसलिए इस समस्या से निजात पाने के लिए अब ऑटोमोबाइल कंपनियों ने एक खास पहल की है, जिसके तहत उन्होंने ऐसे टायर बनाना शुरू कर दिया है जिसमें रबर के बारीक कांटे या कील मौजूद होती है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर टायर पर मौजूद यह रबर के कांटे क्या काम करते हैं।
टायर पर क्यों होते हैं रबर के कांटे?
अगर आपने भी नई कार या बाइक खरीदी है, तो उसके टायर पर मौजूद रबर के बारीक कांटों पर आपकी नजर जरूर गई होगी। ऐसे में कई लोगों का लगता है कि यह कांटे टायर बनाते वक्त गलती से रह जाते हैं, लेकिन हम आपको बता दें कि यह कांटे जानबूझ कर टायर पर बनाए जाते हैं। इसे भी पढ़ें – गाड़ियों के टायर का रंग काला ही क्यों होता है, कोई और रंग क्यों नहीं? जानिए इसके पीछे की वजह
दरअसल टायर पर मौजूद रबर के कांटे इस बात का सबूत होते हैं कि टायर का निर्माण बेहतर क्वालिटी के रबर से किया गया है, जबकि उसमें भार सहन की क्षमता दूसरे टायर के मुकाबले ज्यादा होती है। इन रबर के कांटों को वेंट स्पिउज (Vent Spews) के नाम से जाना जाता है, जिसका मतलब है बाहर की ओर निकला हुआ हिस्सा।
दरअसल सड़क पर गाड़ी चलाते वक्त टायर पर काफी ज्यादा दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से टायर के जल्दी घिस जाने या फट जाने का खतरा बना रहता है। ऐसे में टायर का निर्माण करते वक्त उसमें जानबूझ कर वेंट स्पिउज बनाए जाते हैं, ताकि टायर को पर्याप्त मजबूती मिल सके।
इन कांटों की वजह से जब गाड़ी को सड़क पर चलाया जाता है, तो टायर पर कम दबाव पड़ता है जिसकी वजह से टायर के घिसने या फटने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। इसके अलावा इन रबर के कांटों से टायर और हवा के बीच कॉन्टैक्ट रहता है, जिसकी वजह से टायर ज्यादा देर तक ठंडा रह सकता है।
वर्तमान में हर बाइक और कार के टायर में रबर वाले कांटे मौजूद होते हैं, जो टायर के साथ-साथ वाहन की उम्र को भी कई गुना तक बढ़ा देते हैं। इसके अलावा अगर आप अपनी पुराना गाड़ी के टायर को बदलने के बारे में सोच रहे हैं, तो नए टायर पर वेंट स्पिउज जरूर चेक कर लें। इसे भी पढ़ें – ट्रेन और हवाई जहाज में किसका इंजन है ज्यादा दमदार, किसकी ताकत है किसपर भारी, नहीं जानते तो जानिए यहाँ