Richa Shekhawat Success Story : इंसान की जिंदगी में अक्सर ऐसी परिस्थितियाँ पैदा हो जाती हैं, जिनकी वजह से वह हिम्मत हारने पर मजबूर हो जाता है। लेकिन हालात चाहे कितने ही बुरे क्यों न हो, इंसान की मेहनत और हिम्मत आगे उनका वजूद ज्यादा समय तक टिक नहीं पाता है।
इस बात की जीती जागती मिसाल हैं ऋचा शेखावत, जिन्होंने एक के बाद एक अपने परिवार के तीन सदस्यों को खो दिया था। लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और न्यायिक सेवा की परीक्षा में 88वां रैंक हासिल करने में सफलता हासिल की, जबकि ऋचा को बैठे बिठाए सरकारी नौकरी मिल रही थी।
कौन है ऋचा शेखावत?
राजस्थान के जैसलमेर में स्थित नाचना से ताल्लुक रखने वाली ऋचा (Richa Shekhawat) को बचपन से ही पढ़ाई का शौक था, जिन्होंने स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद बीकानेर के महारानी कॉलेज और महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी से इंटरमीडिएट, बीए, एमए, एलएलबी, एलएलएम और लीगल एंड फॉरेंसिक विज्ञान में पीजी डिप्लोमा की डिग्री हासिल की थी। इसे भी पढ़ें – बाइक से लेकर ट्रक तक हर वाहन का पंचर चुटकियों में जोड़ देती हैं कमला नेगी, लोग बुलाते हैं टायर डॉक्टर
इसके बाद साल 2006 में ऋचा शेखावत की शादी पुलिस ऑफिसर नवीन सिंह राठौड़ से हो गई, जिसके बाद वह चुरू जिले में स्थित रतननगर थैलासर में रहने लगी। ऋचा की शादी को 3 महीने ही हुए थे कि एक सड़क हादसे में उनकी सास की मौत हो गई, जिसके बाद पूरे परिवार को संभालने की जिम्मेदारी ऋचा के कंधों पर आ गई थी।
रिचा ने घर और बच्चों को संभालते हुए अपनी वकालत की पढ़ाई जारी रखी और साल 2009 में एलएलबी की डिग्री हासिल करने में सफलता प्राप्त की। वकालत की डिग्री प्राप्त करने के बाद ऋचा अपने दोनों बच्चों की परवरिश में व्यस्त हो गई, लेकिन साल 2017 में उनके पति नवीन की अचानक हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई थी।
RJS परीक्षा में प्राप्त किया 88वां रैंक
रिचा के लिए वह वक्त बहुत ही मुश्किल था, जबकि उन्हें उनके पति के स्थान पर राजस्थान पुलिस में नौकरी मिल रही थी। लेकिन ऋचा ने नौकरी करने से इंकार कर दिया, क्योंकि उस वक्त वह RJS की तैयारी कर रही थी। लेकिन अगले ही साल 2018 में ऋचा को तीसरा झटका लगा, जब उनके ससुर पृथ्वी सिंह का भी देहांत हो गया था।
अब ऋचा शेखावत को अपने बच्चों और पढ़ाई को अकेले संभालना था और यह रास्ता उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन ऋचा ने हालातों के आगे हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जी जान से मेहनत करने लगी।
इसी मेहनत के दम पर उन्होंने साल 2020 में आरपीएससी परीक्षा पास करने में सफलता प्राप्त की थी, जिसके बाद ऋचा को सरकारी विभाग में नौकरी मिल गई थी। लेकिन ऋचा ने अपने तैयारी जारी रखी और साल 2021 में राजस्थान न्यायिक सेवा की परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने 88वां रैंक प्राप्त किया था। इसे भी पढ़ें – 53 साल की उम्र में महिला ने बेटियों के साथ पास की 10वीं की परीक्षा, बेटियों ने किया था मार्गदर्शन