भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां सैकड़ों किसान खेतों पर दिन रात मेहनत करके फसल उगाते हैं और उसे बाजार में बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। ऐसे में सालों से यह प्रथा चली आ रही है कि किसान का बेटा आगे चलकर किसान भी बनता है, क्योंकि उसके पास अच्छी शिक्षा प्राप्त करने या बिजनेस शुरू करने के लिए पर्याप्त धन नहीं होता है।
लेकिन अगर इंसान अपने मन में कुछ ठान ले, तो वह कामयाबी की सीढ़ियां चढ़कर ही रहता है। ऐसा ही कुछ किया बी. रवि पिल्लई (B. Ravi Pillai), जिनकी गितनी आज विश्व के सबसे चर्चित बिजनेसमैन में की जाती है। लेकिन बी. रवि पिल्लई के लिए फर्श से अर्श तक का सफर तय करना बिल्कुल भी आसान नहीं था, क्योंकि वह एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे।
किसान का बेटा बना बिजनेसमैन
बी. रवि पिल्लई का जन्म 2 सितंबर 1953 में केरल के चवरा नामक गांव में हुआ था, उनके पिता एक छोटे किसान थे। ऐसे में रवि पिल्लई को बचपन से ही सिर्फ जरूरी चीजें ही प्राप्त हुई थी, हालांकि उनके पिता ने किसान होने के बावजूद भी अपने बेटे की शिक्षा को महत्व दिया और उनका दाखिला एक अच्छे स्कूल में करवा दिया।
ऐसे में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद बी. रवि पिल्लई ने एक स्थानीय कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की, जिसके बाद उन्होंने कोच्चि यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेकर बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।
उधार लेकर शुरू की थी चिट-फंड कंपनी
पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद बी. रवि पिल्लई ने अपना बिजनेस शुरू करने का फैसला किया, लेकिन रवि के पिता के पास उन्हें देने के लिए इतने पैसे नहीं थे। ऐसे में रवि पिल्लई ने गांव के एक व्यक्ति से 1 लाख रुपए उधार लिये थे, जिसके जरिए उन्होंने चिट-फंड कंपनी का बिजनेस शुरू किया।
ऐसे में रवि पिल्लई ने बिजनेस के पैसों से 1 लाख रुपए का उधार चुकाया, जबकि मुनाफे से प्राप्त होने वाली रकम को इकट्ठा कर रहे। उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि वह कंस्ट्रक्शन कंपनी की शुरुआत करेंगे, जिसके लिए काफी ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ती है।
कंस्ट्रक्शन और ट्रेडिंग बिजनेस की शुरुआत
ऐसे में चिट-फंड कंपनी के जरिए होने वाले मुनाफे से बी. रवि पिल्लई ने अपनी खुद कंस्ट्रक्शन कंपनी शुरू कर दी थी, हालांकि बिजनेस की शुरुआत के कुछ समय बाद ही उन्हें बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ा था।
दरअसल बी. रवि पिल्लई की कंपनी को वेल्लोर हिंदुस्तान न्यूजप्रिंट फैक्ट्री की तरफ से बिल्डिंग बनाने का ठेका मिला था, लेकिन उस बिल्डिंग को तैयार करने में मजदूरों को समस्या हो रही थी। ऐसे में बी. रवि पिल्लई ने श्रमिकों की दिक्कत को देखते हुए कंस्ट्रक्शन यूनिट बंद कर दी थी, जिसकी वजह से उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा था।
सऊदी अरब से दुबई तक फैलाया व्यापार
हालांकि रवि पिल्लई ने इस घटना की वजह से हार नहीं मानी और अपना बिजनेस जमाने के लिए भारत छोड़कर सऊदी अरब चले गए, जहां उन्होंने एक बाद फिर कंस्ट्रक्शन और ट्रेडिंग का बिजनेस शुरू किया। सऊदी में रवि पिल्लई का बिजनेस चल पड़ा, जिसके बाद उन्होंने नसीर एस हल हाजरी नाम से अपनी कंपनी की शुरू कर दी।
इस तरह सऊदी अरब में रवि पिल्लई का बिजनेस तेजी से फलने फूलने लगा, जिसकी वजह से उन्हें सालाना लाखों रुपए का मुनाफा होता था। इस तरह बी. रवि पिल्लई का बिजनेस दुबई तक फैल गया, जहां उनकी कंस्ट्रक्शन कंपनी आज भी मौजूद है।
साल 2021 में बी. रवि पिल्लई की कुल संपत्ति 2.5 बिलियन डॉलर आंकी गई थी, जिसकी वजह से उनका नाम दुनिया के 1,000 अरबपतियों की लिस्ट में शामिल है। वर्तमान में बी. रवि पिल्लई की दुनिया भर में विभिन्न कंपनियां चल रही हैं, जिसमें 70 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।
बी. रवि पिल्लई की कामयाबी का अंदाजा आप सिर्फ इस बात से लगा सकते हैं कि जब उनकी बेटी की शादी हुई थी, तो उस समारोह में 42 देशों से तकरीबन 30 हजार मेहमान शामिल हुए थे। किसान के घर जन्म लेने वाले बी. रवि पिल्लई को केरल का सबसे अमीर व्यक्ति माना जाता है, जिन्होंने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर कामयाबी हासिल की है।
100 करोड़ रुपए के हेलीकॉप्टर के मालिक
बी. रवि पिल्लई ने अपने जीवन में जो कामयाबी हासिल की है, उसके लिए उन्हें कई साल तक संघर्ष करना पड़ा था। ऐसे में जब एक किसान का बेटा दुनिया का सबसे अमीर बिजनेस मैन बन जाए, तो उसकी तरक्की की चर्चा होना लाजमी है। यही वजह है कि जब रवि पिल्लई ने एयरबस एच 145 हेलीकॉप्टर खरीदा, तो हर कोई हैरान रह गया था।
दरअसल एयरबस एच 143 अब तक का सबसे आधुनिक हेलीकॉप्टर माना जाता है, जिसकी कीमत 100 करोड़ रुपए है। ऐसे में बी. रवि पिल्लई इस कीमती हेलीकॉप्टर को खरीद कर सुर्खियों में आ गए थे, जो इकलौते ऐसे भारतीय हैं जिसके पास यह आधुनिक विमान मौजूद है।
इस हेलीकॉप्टर में एक समय पर पायलट के अलावा 7 लोग यात्रा कर सकते हैं, जो समुद्र तल से 20 हजार फीट की ऊंचाई पर लैंडिंग और टेकऑफ करने की क्षमता रखता है। ऐसे इस आधुनिक हेलीकॉप्टर को खरीद कर बी. रवि पिल्लई का चर्चा में आना तो पक्का था।