रिटायर्ड ASI ने घर में बनवाया माता-पिता का मंदिर, लोग कहते हैं कलयुग का श्रवण कुमार

भारत में विभिन्न देवी देवताओं के मंदिर मौजूद है, जहाँ रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु पूजा अर्चना करने के लिए जाते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे रिटायर्ड ASI ने अपने माता-पिता की याद में बनवाया है और वहाँ रोजाना पूजा अर्चना भी करते हैं।

कलयुग का श्रवण कुमार

आज के दौर में जहाँ कुछ बच्चे अपने बुढ़े माता-पिता को बोझ समझ कर उन्हें ओल्ड एज होम में छोड़ देते हैं, वहीं रिटायर पुलिस अधिकारी ने अपने माता-पिता का मंदिर बनाकर दुनिया के सामने अनोखी मिसाल पेश की है। तमिलनाडु के मदुरै में रहने वाले रिटायर सब इंस्पेक्टर रमेश बाबू ने घर में अपने माता-पिता की याद में एक मंदिर बनवाया है।

रमेश बाबू हमेशा से अपने माता-पिता का मंदिर बनवाना चाहते थे, लेकिन वह अपनी नौकरी में इतने व्यस्त रहते थे कि उन्हें मंदिर बनवाने का समय नहीं मिला। ऐसे में नौकरी से रिटायर होने के बाद रमेश बाबू ने अपने माता-पिता का मंदिर बनवाया, लेकिन मंदिर बनाने के कुछ समय बाद ही उनके माता-पिता की मौत हो गई थी।

रमेश बाबू का कहना है कि भले ही आज उनके माता-पिता इस दुनिया में मौजूद नहीं है, लेकिन इस मंदिर की वजह से वह अपने माता-पिता को हमेशा अपने करीब महसूस करते हैं। रमेश बाबू रोजाना अपने माता-पिता की पूजा करते हैं, ताकि उनके माता-पिता का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहे।

आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब भारत में किसी ने अपने पैरेंट्स की याद में मंदिर या मूर्ति बनवाई है। इससे पहले महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक लड़के ने पिता की मृत्यु होने के बाद उनकी याद में सिलिकॉन का एक पुतला बनवाया था, जिसमें उनके पिता ने पुलिस इंस्पेक्टर की यूनिफॉर्म पहनी थी।