City Montessori School Lucknow: इस दुनिया में एक से बढ़कर एक हाई क्लास स्कूल मौजूद हैं, जहाँ अमीर वर्ग के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने जाते हैं। लेकिन क्या आप भारत के उस स्कूल के बारे में जानते हैं, जो छात्रों की संख्या के हिसाब से विश्व का सबसे बड़ा स्कूल है।
यह स्कूल भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित है, जहाँ नर्सरी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। इस स्कूल में बॉलीवुड के कई सितारे पढ़ाई कर चुके हैं, जिसे सिटी मोंटेसरी स्कूल (City Montessori School) के नाम से जाना जाता है। तो आइए विस्तार से जानते हैं विश्व के सबसे बड़े स्कूल के बारे में-
5 छात्रों के साथ हुई थी शुरुआत
उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में मौजूद सिटी मोंटेसरी स्कूल (City Montessori School) को दुनिया के सबसे बड़े स्कूल के रूप में जाना जाता है, जहाँ 55 हजार से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं। इस स्कूल की नींव साल 1959 में डॉक्टर जगदीश गांधी और डॉक्टर भारती गांधी ने रखी थी, उस वक्त इस स्कूल में सिर्फ 5 छात्र पढ़ने के लिए आते थे।
उस दौर में सिटी मोंटेसरी स्कूल को बनवाने में 300 रुपए का खर्च आया था, जो उस जमाने के हिसाब से काफी बड़ी कीमत हुआ करती थी। साल 2019 में इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की गिनती की गई थी, जिनकी संख्या 55, 547 थी।
इतनी ज्यादा छात्रों की संख्या की वजह से सिटी मोंटेसरी को दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल माना जाता है, जिसके लखनऊ शहर में ही 18 शाखाएँ हैं। हालांकि भारत के दूसरे निजी स्कूलों की तरह सिटी मोंटेसरी स्कूल की फीस भी काफी ज्यादा है, लेकिन यहाँ बच्चों की पढ़ाई का खास ख्याल रखा जाता है।
4, 500 से ज्यादा स्टाफ करता है काम
दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल होने के नाते सिटी मोंटेसरी में वर्किंग स्टाफ की कोई कमी नहीं है, यहाँ कुल 4, 500 लोगों का स्टाफ काम करता है। सिटी मोंटेसरी स्कूल में शिक्षकों की कुल संख्या 2, 500 है, जबकि यहाँ छात्रों के बैठने के लिए 1 हजार से ज्यादा क्लासरूम बनाए गए हैं।
इस स्कूल में 3, 700 कंप्यूटर सिस्टम की सुविधा भी मौजूद है, ताकि बच्चों को किताबी शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान भी दिया जा सके। सिटी मोंटेसरी स्कूल से बॉलीवुड एक्ट्रेस सेलीना जेटली, मॉडल जितेश सिंह देओ और टीवी एक्ट्रेस उर्फी जावेद जैसे मशहूर स्टार्स ने स्कूली शिक्षा प्राप्त की है।
2005 में बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
सिटी मोंटेसरी स्कूल को दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल बनने में काफी लंबा वक्त लगा है, इस स्कूल ने साल 2005 में 29, 212 छात्रों के साथ सबसे बड़ा स्कूल होने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराया था। इससे पहले फिलिपींस के मनीला में स्थित रिज़ाल हाई स्कूल को दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल माना जाता था, जहाँ पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या 19, 738 थी।
सिटी मोंटेसरी स्कूल किताबी शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के खेलकूद और स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है, जहाँ प्ले ग्राउंड से लेकर विभिन्न गेम्स की सुविधा मौजूद है। इस स्कूल को साल 2002 में यूनेस्को की तरफ पीस एजुकेशन अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।
इसके अलावा सिटी मोंटेसरी स्कूल को तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा ने HOPE OF HUMANITY नाम अवॉर्ड से सम्मानित किया था। महज 5 छात्रों के साथ शुरू होने वाले स्कूल की सफलता की कहानी वाकई हैरान कर देने वाली है, जिसे वर्तमान में आईसीएसई वोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त है।