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भारतीय रेलवे में कैसे बनते हैं ड्राइवर और लोको पायलट, कितनी मिलती है सैलरी, जानें पूरी डिटेल्स

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How to become a train driver: हमारे देश में सरकारी नौकरी (Government Job) को बहुत ज्यादा अहमियत दी जाती है, जिसकी वजह से हर साल सैकड़ों युवा विभिन्न परीक्षायों की तैयारी करते हैं। ऐसे में किसी को रेलवे में नौकरी मिल जाती है, तो कोई पुलिस या सेना में उच्च पद पर कार्यरत होता है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रेलवे में ड्राइवर या लोको पायलट (Train Driver) की नौकरी प्राप्त करने के लिए क्या करना पड़ता है और इसके लिए पूरी प्रक्रिया क्या होती है। अगर नहीं… तो आज हम आपको रेलवे में ड्राइवर या लोको पायलट (loco pilot) की नौकरी हासिल करने की पूरी प्रक्रिया विस्तार से बता देते हैं।

भारतीय रेलवे में लोको पायलट के नौकरी

रेलवे (Railway) में किसी भी व्यक्ति को डायरेक्ट ड्राइवर की नौकरी पर नहीं रखा जाता है और न ही इसके लिए भर्ती निकाली जाती है, बल्कि रेलवे शुरुआत में सहायक लोको पायलट की भर्ती निकालता है। इसके तहत कुछ लोगों का चुनाव किया जाता है, जिन्हें कुछ साल बाद प्रमोशन देकर ड्राइवर का पद दे दिया जाता है।

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ऐसे में भारतीय रेलवे में लोको पायलट (loco pilot) बनने के लिए 10वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है, जबकि उसके साथ ITI जरूरी है। ITI के तहत अभियार्थी ने मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टेक्नीशियन और वायरमैन सम्बंधित किसी फील्ड में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट प्राप्त किया होना चाहिए।

वहीं रेलवे (Railway) में हर साल लोको (loco pilot) पायलट पद के लिए भर्ती निकाली जाती है, जिसके लिए सैकड़ों युवा आवेदन करते हैं। ऐसे में सभी आवेदकों की लिखित परीक्षा होता है, जिसे क्लीयर करने वाले अभियार्थियों को मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है और उसमें पास हुए लोगों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है।

मेडिकल टेस्ट में अभियार्थी की आंखों की जांच की जाती है, क्योंकि कमजोर दृष्टि वाले व्यक्ति को ट्रेन चलाने का काम बिल्कुल भी नहीं सौंपा जा सकता है। भारतीय रेलवे में लोको पायलट के पद के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की उम्र 30 साल से अधिक नहीं होना चाहिए, जबकि उसकी आंखों की रोशनी भी ठीक होना अनिवार्य है।

लिखित परीक्षा और मेडिकल टेस्ट

भारतीय रेलवे (Indian Railway) में लोको पायलट (loco pilot) के पद के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसमें सामान्य ज्ञान, मैथ्स और करंट अफेयर से सम्बंधित सवालों के जवाब पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है, जिसमें पास हुए अभियार्थियो को मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है।

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लिखित परीक्षा और मेडिकल टेस्ट के बाद अभियार्थी के सभी दस्तावेजों की जांच की जाती है, जिसके बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है। इस ट्रेनिंग में पास होने वाले युवाओं को सबसे पहले मालगाड़ी के संचालन का काम दियाजाता है, जिसके बाद उनकी मंथली रिपोर्ट के हिसाब से पैसेंजर गाड़ी को चलाने का मौका दिया जाता है।

भारतीय रेलवे (Indian Railway) में सहायक लोको पायलट के पद पर काम करने वाले व्यक्ति की मंथली सैलेरी (Train Driver Salary) 30 से 35 हजार होती है, जिसमें साल दर साल पोस्ट और प्रमोशन के हिसाब से बढ़ोतरी की जाती है। सहायक लोको पायलट के अलावा सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट, लोको पायलट और लोको सुपरवाइजर पद होते हैं, जिनमें समय-समय पर प्रमोशन होता रहता है।

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Shivani Bhandari
Shivani Bhandari
शिवानी भंडारी एक कंटेंट राइटर है, जो मीडिया और कहानी से जुड़ा लेखन करती हैं। शिवानी ने पत्रकारिता में M.A की डिग्री ली है और फिलहाल AWESOME GYAN के लिए फ्रीलांसर कार्य कर रही हैं।

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