कुछ ऐसा ही कर दिखाया है पंजाब के मानसा ज़िले के छोटे से गांव बाजेवाला की रहने वाली जसप्रीत कौर ने। अपने परिवार और पूरे पंजाब का सिर गर्व से ऊंचा कराने वाली जसप्रीत ने अपनी 12वीं की परीक्षा में 450 में 448 अंक लाकर एक नया इतिहास रच दिया है।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की छात्रा जसप्रीत ने अपनी 12वीं की पढ़ाई अपने ही गांव मानसा के सरकारी सेकेंडरी स्कूल से पूरी की और 99.5% अंक लाई।
सच्ची लगन और मेहनत कभी पैसों का मोहताज नहीं होता। कुछ ऐसा ही सोचा होगा जसप्रीत के पिता बलदेव सिंह ने, जो हेयर ड्रेसर का काम करके एक दिन में बमुश्किल 200-250 रूपए कमाते होंगे। फिर उसी में घर का ख़र्च,पढ़ाई का ख़र्च सबकुछ। जसप्रीत इस बात को बख़ूबी जानती थी, इसीलिए उन्होंने भी ठान लिया कि अपने पिता के मेहनत को जाया नहीं करना है, इसलिए इन मुश्किल हालातों में भी मेहनत करने से वो पीछे नहीं हटी और सफल भी हुई। जब भी कभी उन्हें कोई समस्या होती या पढ़ाई में कुछ पूछना होता तो वो स्कूल के शिक्षकों का सहारा लेती और पूछती।
जसप्रीत की माता मनप्रीत कौर का कहना है कि उन्हें बहुत ख़ुशी है और गर्व भी है अपनी बेटी पर और वो स्कूल के शिक्षकों की भी सदा ऋणी रहेंगी जिन्होंने उसे पूरा सहयोग किया।
अपने लक्ष्य के बारे में जसप्रीत कहती हैं कि वो अपने गांव में ही अंग्रेज़ी की अध्यापिका बनना चाहती हैं, जिसके लिए पहले वो टीचर्स ट्रेनिंग करके शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करेंगी और साथ में परिवार की आर्थिक मदद भी करेंगी।
हज़ारों लड़कियों के लिए प्रेरणा बनी जसप्रीत को पूरा देश दिल से सलाम करता है, उन्हें बधाई देता है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है। वो ऐसे ही सफ़लता की नई नई ऊंचाइयों को छूती रहें।