Diwali 2022 Importance of Rangoli : भारत में इन दिनों दिवाली की धूम मची हुई है, जिसकी वजह से बाजारों में सजावट के सामान से लेकर लाइट्स, दिए और रंगोली का सामान तेजी से बिक रहा है। ऐसे में दिवाली के मौके पर हर घर में रंगोली बनाई जाती है, जो घर की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिवाली पर रंगोली बनाने से सिर्फ घर ही सुंदर नहीं दिखता है, बल्कि इसका अपना धार्मिक महत्त्व भी है। शायद बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि दिवाली पर रंगोली बनाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है, जिससे घर में साल भर धन की वर्षा होती रहती है। Importance of Rangoli In Diwali
त्यौहारों पर रंगोली का महत्त्व | Importance of Rangoli In Diwali
भारत में किसी भी शुभ अवसर पर घर के अंदर, बाहर और मंदिर परिसर में रंगोली बनाने की प्रथा है, जिसे कई युगों से एक परंपरा की तरह निभाया जाता है। हालांकि आज के आधुनिक दौर में पूजा या फिर दिवाली के मौके पर ही रंगोली बनाई जाती है, धार्मिक रूप से काफी विशेष मानी जाती है।
यही वजह है कि रंगोली बनाने के लिए रंगों के अलावा आटा, हल्दी, फूल और पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी मदद से स्वास्तिक, कमल का फूल, माँ लक्ष्मी के पैरों के निशान और मोर की कलाकृति तैयार की जाती है। यह कुछ ऐसी रंगोलियाँ होती हैं, जो घर के अंदर या आंगन में बनाई जाती हैं और माँ लक्ष्मी को रंगोली बेहद प्रिय होती है।
रंगोली का शाब्दिक अर्थ है रंगों के जरिए अपने भाव को दर्शाना, जिसकी वजह से हर कोई अलग-अलग थीम पर अपनी पसंद की रंगोली बनाता है। भारत में कई जगहों पर रंगोली को अल्पना के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ लीपना या लेप करना होता है।
क्यों बनाई जाती है रंगोली?
ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर शुभ कार्य या दिवाली के समय रंगोली क्यों बनाई जाती है और इसका क्या महत्त्व होता है। दरअसल घर में रंगोली बनाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो देवी देवताओं के आगमन के लिए सबसे जरूरी चीज मानी जाती है।
यही वजह है कि दिवाली के मौके पर घर के मैन गेट या आंगन में रंगोली बनाने का रिवाज है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस रात माँ लक्ष्मी भक्तों की पूजा से प्रसन्न होकर उनके घर में प्रवेश करती है। ऐसे में दिवाली के मौके पर रंगोली बनाना अनिवार्य हो जाता है, जो देवी देवताओं को घर में आमंत्रित करने का एक तरीका है।
माना जाता है कि दिवाली की रात को अमावस्या होती है और इस रात में ऊपरी हवा और नकारात्मक शक्तियाँ पृथ्वी पर हावी होती हैं, जिन्हें रंगोली के माध्यम से घर से दूर रखा जाता है। इतना ही नहीं रंगोली के विभिन्न रंग और डिजाइन दिल व दिमाग पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति को तनाव मुक्त होने में मदद मिलती है।
ऐसे में अगर आप भी इस दिवाली माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो धनतेरस से लेकर दिवाली तक रोजाना नहाने के बाद घर के मुख्य द्वार पर माता के पैरों की रंगोली बनाए। यह रंगोली छोटे या बड़े किसी भी आकार की हो सकती है, जिससे घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
डिसक्लेमर-इस आर्टिकल में दी गई जानकारी ज्योतिष, पंचांग और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, जिसे लेकर Awesome Gyan किसी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है।
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