Chamomile Ki Kheti : यदि आप अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं हैं और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाने का विचार कर रहे हैं, तो कैमोमाइल फूल (Chamomile Flower) का व्यापार एक अच्छा विचार हो सकता है। इसे जादूई फूल भी कहा जाता है। वर्तमान में मांग बढ़ने के कारण लोग कैमोमाइल की खेती (Chamomile Ki Kheti) की ओर रुख कर रहे हैं।
कैमोमाइल फूल के उपयोग (Uses of Chamomile flower)
आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक गुणों के कारण कैमोमाइल का उपयोग दवाओं के निर्माण में होता है। यह पेट से संबंधित बीमारियों के इलाज में उपयोगी है। इसका उपयोग ब्यूटी उत्पादों में भी किया जाता है। इस वजह से आयुर्वेदिक उत्पादों की कंपनियों में इसकी मांग बढ़ी है।
इन फूलों को सुखाकर चाय भी बनाया जाता है जिससे अल्स और डायबिटीज जैसी बीमारियां दूर हो सकती है। इसके अलावा चर्म रोग में भी जादुई फूल काफी काम करता है। यह जलन, अनिद्रा, घबराहट और चिड़चिड़ेपन में भी असरदार है।
कैमोमाइल की खेती (Chamomile Ki Kheti)
कैमोमाइल को बड़े ही आसानी से उगाया जा सकता है। इसके लिए ज़मीन का बहुत उपजाऊ होना भी ज़रुरी नहीं है। बंजर भूमि पर भी इसकी खेती की जा सकती है। इसके लिए ज़्यादा पैसे भी खर्च करने की ज़रुरत नहीं है। मात्र 10-12 हजार रुपए में एक हेक्टेयर ज़मीन पर लगभग 12 क्विंटल जादूई फूल उगाए जा सकते हैं।
कैमोमाइल की खेती में मुनाफा (Profit in chamomile cultivation)
कैमोमाइल की फसल को तैयार होने में भी ज़्यादा समय नहीं लगता। यह 6 महीने में तैयार हो जाती है। यानी साल में दो बार खेती कर लगभग 5- 6 गुना मुनाफा कमाया जा सकता है।