Bird Eye Chilli Farming: भारत की गिनती कृषि प्रधान देशों में की जाती है, जहाँ गाँव में रहने वाले किसान खेती बाड़ी करके अपने रोजी रोटी कमाते हैं। इतना ही नहीं किसानों द्वारा उगाई जाने वाली फसलों की वजह से ही शहरों में रहने वाले लोगों को आटा, चावल समेत विभिन्न दालें, फल और सब्जी इत्यादि भोजन के रूप में प्राप्त हो पाते हैं।
हालांकि बीतते वक्त के साथ किसान पारंपरिक खेती छोड़कर आधुनिक कृषि का तरीका अपना रहे हैं, जिसमें फसलों की पैदावार भी तेजी से होती है और किसानों को मुनाफा कमाने का मौक मिल जाता है। इस क्रम में किसानों ने उल्टी मिर्ची की खेती (Bird Eye Chilli Farming) करना शुरू कर दिया है, जो न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होती है बल्कि इससे जबरदस्त कमाई भी की जा सकती है।
क्या है उल्टी मिर्ची? (Bird Eye Chilli Cultivation in India)
भारत में विभिन्न प्रकार की मिर्च की खेती की जाती है, जिसमें से उल्टी मिर्च का नाम भी शामिल है। इस मिर्च को बर्ड आई चिली (Bird Eye Chilli) के नाम भी जाना जाता है, जिसका स्वाद बहुत ही तीखा होता है। इस मिर्च की खेती मुख्य रूप मेघालय, असम और केरल जैसे राज्यों में की जाती है।
देश भर में उल्टी मिर्च का मांग काफी ज्यादा है, क्योंकि भारतीय व्यंजनों में मिर्च का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है। यह मिर्च स्वाद में सिर्फ तीखी ही नहीं होती है, बल्कि इसका नियमित रूप से सेवन करने से इम्युनिटी भी स्ट्रॉंग होती है। ये भी पढ़ें – इस फल की खेती से सालाना कमा सकते हैं 8 से 10 लाख रुपए, जानिए कैसे होती है खेती
कैसे की जाती है उल्टी मिर्च की खेती? (How to Cultivate Bird Eye Chili)
उल्टी मिर्च की खेती भी सामान्य मिर्च की तरह ही की जाती है, हालिक इस मिर्च की पैदावार के लिए बहुत ज्यादा बारिश या धूप की जरूरत नहीं होती है। उल्टी मिर्च की खेती करने के लिए खेत की मिट्टी का उपजाऊ होना बहुत जरूरी है, जिसमें गोबर से बनी खाद को डाला जा सकता है।
उल्टी मिर्च की खेती करने के लिए मिट्टी में 0.5 से 1 सेटीमीटर गहराई में बीज डालने होंगे, जो जल्द ही अंकुरित होकर पौधे के रूप में विकसित होने लगते हैं। खेत पर मिर्च के पौधे निकल आने के बाद खेत की रोपाई करनी होती है, हालांकि इस दौरान ध्यान रखें कि पौधों को कोई नुकसान न पहुँचे।
उल्टी मिर्च का पौधा 18 डिग्री सेल्सियस के तापमान में अच्छी तरह से विकसित होता है, इसलिए इस पौधे को बहुत ज्यादा धूप और पानी की जरूरत नहीं पड़ती है। इस मिर्च का पौधा 15 से 30 सेंटीमीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है, जिसे बरसात के मौसम में कीड़े मकौड़ों से सुरक्षित रखना होना होता है।
उल्टी मिर्च की फसल की देखभाल (Bird Eye Chili Farming Tips)
आमतौर पर मिर्च के पौधे पर कीड़े नहीं लगते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में नमी होने की वजह से पौधों पर कीड़े लगने का खतरा मंडराता रहता है। ऐसे में आप पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव कर रहते हैं, या फिर उनके ऊपर मिर्च पाउडर से तैयार किया पानी का घोल छिड़क सकते हैं।
उल्टी मिर्च को बहुत ज्यादा पानी या सिंचाई की जरूरत नहीं होती है, इसलिए इस किस्म की मिर्च की खेती पूरे साल की जा सकती है। हालांकि बरसात के मौसम में ज्यादा बारिश होने की स्थिति में उल्टी मिर्च सड़ने लगती है, इसलिए इसे बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है।
सालाना 2 लाख रुपए से ज्यादा की कमाई (Bird Eye Chili Farming Profit)
उल्टी मिर्च के पौधा लगभग 6 साल तक जीवित रहता है, इसलिए इसके पौधों को एक बार खेत पर लगाने से 4 बार मिर्च की फसल तैयार हो सकती है। ऐसे में अगर किसान उल्टी मिर्च की खेती करती हैं, तो उन्हें हर 4 से 5 महीने में फसल प्राप्त हो जाएगी।
इस तरह अगर 1 एकड़ जमीन में उल्टी मिर्च की खेती की जाती है, तो उसमें लगभग 22 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं। इसके एक पौधे में 200 से 250 ग्राम तक मिर्च लगती है, जो बीतते साल के साथ धीरे-धीरे कम होने लगती है और छठीं पैदावार आने तक मिर्च का पौधा भी खत्म हो जाता है।
बाजार में एक किलोग्राम उल्टी मिर्च की कीमत 250 से 300 रुपए तक होती है, इस हिसाब से 1 एकड़ में उगाई गई मिर्च की फसल से सालाना 2 लाख 50 हजार रुपए तक की कमाई की जा सकती है। वहीं इस मिर्च की फसल साल में 2 बार तैयार की जा सकती है, जिससे किसानों को हर साल 4 लाख रुपए से ज्यादा का मुनाफा हो सकता है।
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