Bihar: आपने अक्सर किस्से कहानियों में सुना होगा कि किसी व्यक्ति यूं ही अचानक से खजाना मिल जाता है और उसके बाद उसकी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि ऐसा सिर्फ किस्से कहानियों में नहीं बल्कि असल जिंदगी में भी होता है, तो क्या आप हमारी बात पर यकीन करेंगे।
हाल ही में बिहार के पटना शहर से बहुत ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक किसान को खेत की जुताई करते समय करोड़ों रुपए मिल गए। लेकिन अफसोस की बात यह है कि जमीन से निकले वह रुपए किसान के कोई काम न आ सके, क्योंकि वह नोटबंदी से पहले इस्तेमाल होने वाले 500 और 1, 000 रुपए के पुराने नोट थे।
किसान के खेत से निकले पुराने नोट
बिहार के पटना शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पालीगंज में पसौढ़ा गाँव मौजूद है, जहाँ अजय सिंह नामक एक किसान ट्रैक्टर की मदद से खेत में जुताई का काम कर रहा था। इस दौरान अजय सिंह को खेत की मिट्टी में प्लास्टिक का बोरा दिखाई दिया और जब उन्होंने उस बोरे को खोला, तो उनके होश उड़ गए। इसे भी पढ़ें – आलू-प्याज बेचने वाले की बेटियाँ बनी मिसाल, सगी बहनें एक साथ दारोगा बन कर बढ़ा दिया पिता का मान
उस प्लास्टिक की थैली में 500 और 1, 000 रुपए के पुराने नोट भरे हुए थे, जिनका इस्तेमाल नोटबंदी से पहले सामान्य लेन देन के लिए किया जाता था। अजय सिंह की मानें तो नोटों से भरा प्लास्टिक का थैला उनके हल में फंस गया था, जिसकी वजह से वह फट गया और पुराने नोट खेत में इधर उधर फैल गए।
गांव वालों ने लूट लिए पुराने नोट
इससे पहले कि अजय सिंह कुछ समझ पाते, खेत में 500 और 1, 000 रुपए के नोट निकलने की बात पूरे गाँव में फैल चुकी थी। ऐसे में देखते ही देखते पसौढ़ा गाँव के लोग अजय सिंह के खेत में इकट्ठा हो गए और वहाँ मिट्टी में बिखरे हुए नोटों को लूटने लगे, इस दौरान शायद किसी ने ध्यान नहीं दिया कि वह सभी नोट पुराने हैं और चलन से बाहर हैं।
इसके बाद अजय सिंह ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पहुँची पुलिस ने अजय सिंह समेत स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू कर दी, लेकिन तब तक खेत में पुराने नोट न के बराबर रह गए थे। ऐसे में स्थानीय पुलिस पुराने नोटों को दफनाए जाने के मामले की जांच कर रही हैं, जबकि स्थानीय लोगों के घर छापेमारी करके पुराने नोट बरामद किए जा रहे हैं। इसे भी पढ़ें – MDH का नया विज्ञापन, मसाला किंग धर्मपाल गुलाटी की जगह दिखाई देगा नया चेहरा