खुदाई के दौरान जमीन में दफन मिला हजारों साल पुराना फ्रिज और उसमें रखा खाना, तकनीक वैज्ञानिक समझ नहीं पा रहे

यह तो हम सभी जानते हैं कि जमीन के अंदर प्राचीन काल के बहुत सारे राज दफन हैं, जो समय-समय पर खुदाई के दौरान इंसान के सामने आते रहते हैं। ऐसे में हाल ही में पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान जमीन के अंदर एक प्राचीन फ्रिज मिला है, जिसमें आज भी खाने के अवशेष मौजूद हैं।

इतना ही नहीं इस प्राचीन फ्रिज के साथ पुरातत्वविदों को तीसरी शताब्दी में इस्तेमाल होने वाले सिक्के मिले हैं, जबकि उन्हें जमीन के अंदर दफन सूर्य देवता की वेदी भी मिली है। इन सभी चीजों को देखकर पुरातत्वविद हैरान हैं, जबकि उन्हें लेकर शोध कार्य कर रहे हैं।

खुदाई में मिला हजारों साल पुराना फ्रिज

बुल्गारिया के स्विशटाव शहर से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर नोवे आर्किलॉजिकल साइट मौजूद है, जहाँ पुरातत्वविदों की एक टीम रिसर्च वर्क कर रही थी। इस दौरान पुरातत्वविदों को जमीन के अंदर एक प्राचीन फ्रिज मिला, जिसे चीनी मिट्टी से तैयार किया गया था। इस फ्रिज में विभिन्न पशुओं की हड्डियों, खाने के टुकड़े और पके हुए मांस के अवशेष मिले हैं, जो इस बात को साबित करते हैं कि उस दौर में भी लोग खाना स्टोर करने के लिए फ्रिज का इस्तेमाल करते थे।

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बताया जा रहा है कि यह प्राचीन फ्रिज रोमन मिलिट्री कैंप ने बनाकर तैयार किया था, क्योंकि उन्हें लंबे समय तक खाना स्टोर करके रखना पड़ता था। हालांकि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस फ्रिज को किस साल बनाया गया था, लेकिन यह तय है कि फ्रिज को खाना स्टोर करने के मकसद से तैयार किया गया था।

पुरातत्वविदों की मानें तो इस जगह के फ्रिज को जमीन के अंदर इसलिए बनाया जाता था, ताकि उन्हें ऊपर से बर्फ से ढका जा सके। ऐसा करने से मिट्टी के अंदर मौजूद सामान बर्फ के संपर्क में आने से ठंडा रहता था और खाना खराब होने के चांस काफी कम हो जाते थे, जबकि इस तरह के फ्रिज को दुश्मन सेना की नजरों से बचाना भी आसान होता था।

प्राचीन सिक्के और सूर्य देव की वेदी

इस जगह पर खुदाई के दौरान प्राचीन सिक्के भी मिले हैं, जिनका इस्तेमाल तीसरी शताब्दी के दौरान किया जाता था। इसके अलावा खुदाई में घरों के अवशेष, दीवारें, चक्की, बर्तन और मछली पकड़ने के औजार भी मिले हैं, जो नोवे में इंसानी बस्ती होने की तरफ इशारा करते हैं।

इस जगह पर दो खास तरह की वेदियाँ मिली हैं, जिन्हें देवताओं को समर्पित करने के मकसद से बनाया जाता था। यह दोनों रोमन वेदियाँ हैं, जिसके बारे में पुरातत्वविदों को ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन इन्हें देखने से पता चलता है कि उनमें से एक सूर्य देवता को समर्पित वेदी है, जबकि दूसरी वेदी कैपिटोलाइन ट्रिनिटी (ज्यूपिटर, मिनेर्वा और जूनो) को समर्पित लगती है।