Capsule Gill: बॉलीवुड में ऐसी बहुत-सी फिल्में बनाई जाती हैं, जिसकी कहानी सत्य घटना पर आधारित होती है। ऐसे में फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाले हीरो को तो हर कोई जानता है, जबकि फिल्म की कहानी जिस व्यक्ति पर आधारित होती है उसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं होती है।
आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी लाइफ के ऊपर कैप्सूल गिल (Capsule Gill) नामक फिल्म बनाई जा रही है। इस फिल्म में अक्षय कुमार मुख्य भूमिका में नजर आएंगे, जबकि फिल्म के फर्स्ट लुक को देखकर फैंस काफी ज्यादा उत्साहित हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैप्सूल गिल कौन हैं और उनके ऊपर बायोपिक क्यों बनाई जा रही है।
IT'S OFFICIAL… AKSHAY KUMAR – POOJA ENTERTAINMENT REUNITE… #AkshayKumar joins hands with #PoojaEntertainment [#VashuBhagnani] yet again… Filming begins in #London… Directed by #TinuSureshDesai [#Rustom]… #FirstLook… pic.twitter.com/rOb0tIUpd6
— taran adarsh (@taran_adarsh) July 8, 2022
कौन हैं ‘कैप्सूल गिल’ जसवंत सिंह गिल?
अगर आप भी अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की अपकमिंग फिल्म कैप्सूल गिल (Capsule Gill) का पोस्टर देख चुके हैं, तो आपको समझ आ गया होगा कि इस फिल्म में अक्षय कुमार एक सरदार की भूमिका निभा रहे हैं। इस फिल्म की कहानी माइन इंजीनियर जलवंत सिंह गिल पर आधारित हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना 65 मजदूरों की जान बचाई थी। इसे भी पढ़ें – हिन्दी मीडियम से पढ़ी हैं सुष्मिता सेन, अंग्रेजी में कमजोर होने के बावजूद ऐसे जीता था मिस यूनिवर्स का खिताब
जसवंत सिंह गिल (Jaswant Singh Gill) का जन्म पंजाब के अमृतसर शहर में हुआ था, जिन्होंने आईआईटी आईएसएम से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद जसवंत सिंह गिल पश्चिम बंगाल में स्थित महावीर कोयला खदान में बतौर एडिशनल चीफ माइनिंग इंजीनियर नौकरी करने लगे थे, हालांकि इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी वजह से उन्हें कैप्सूल मैन या कैप्सूल गिल के नाम से जान जाने लगा।
दरअसल 13 नवंबर 1989 को महावीर कोयला खदान में अचानक बाढ़ गई थी, जिसकी वजह से जमीन से लगभग 300 फीट की गहराई में 71 मजदूर फंस गए थे। ऐसे में जसवंत सिंह गिल और उनकी टीम ने राहत व बचाव का काम शुरू करते हुए, स्टील कैप्सूल का इस्तेमाल करते हुए खदान के अंदर फंसे मजदूरों को एक-एक करके बाहर निकालना शुरू कर दिया था।
इस दौरान हालात बहुत ज्यादा खराब हो गए थे, खदान के अंदर पानी का लेवल बढ़ता जा रहा था जबकि मजदूरों को सांस लेने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन भी नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में जसवंत सिंह गिल और उनकी टीम ने दिन रात काम करते हुए खदान से 65 मजदूरों को सही सलामत बाहर निकालने में सफलता हासिल कर ली थी।
सरकार की तरफ से किया गया था सम्मानित
महावीर कोयला खदान में शुरू किया राहत और बचाव का कार्य सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन में से एक माना जाता है, जिसकी वजह से जसंवत सिंह गिल को कैप्सूल गिल के नाम से जाना जाने लगा। इस ऑपरेशन को चलाने के लिए भारत सरकार द्वारा साल 1991 में जसवंत सिंह गिल को सर्वोत्तम जीवन रक्षक पदक से सम्मानित किया गया था।
हालांकि साल 2019 में जसवंत सिंह गिल का निधन हो गया था, जिसके बाद उनके जीवन पर फिल्म बनाने का फैसला किया गया था। चूंकि जसवंत सिंह ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए स्टील कैप्सूल का इस्तेमाल किया था, इसलिए उनके जीवन पर आधारित फिल्म का नाम कैप्सूल गिल रखा गया है। इसे भी पढ़ें – गाँव में खेती करती नजर आई टीवी की मशहूर एक्ट्रेस, क्या छोड़ चुकी है एक्टिंग