ऑनलाइन पढ़ाई में नेटवर्क की समस्या आने पर महाराष्ट्र के दरिस्ते गांव की रहने वाली स्वप्निल ने जंगल में जहाँ नेट्वर्क आता था, वहीं पढ़ाई करने की ठान ली। और उनके चार भाईयों ने मिलकर वहीं एक झोपडी़ बना डाली, जिससे उनकी पढ़ाई में कोई बाधा ना आए। ज़िन्दगी में अगर कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हो तो सारा डर, सारी परेशानियां ख़त्म हो जाती हैं।
हाल ही में एक IPS देव प्रकाश मीना ने अपने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा था, “इस आदिवासी बच्ची ने 12th क्लास जंगल में बिना नेटवर्क वाले गांव से की। आगे शिक्षा ऑनलाइन ही थी। चार भाइयों ने मिलकर जंगल में ऐसी जगह झोपड़ी बनाई, जहां मोबाइल नेटवर्क आता हो। वहां से ये ऑनलाइन क्लास लेकर आगे की पढ़ाई कर रही है। सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ये इसमें ही पढ़ती है।”
उसके बाद से ये तस्वीर इतनी वायरल हुई की इसकी सूचना PMO तक पहुँच गई। और जब इस लड़की के बारे में PMO को सूचना मिली तो मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और भारत नेट के अधिकारी की मदद से 6-7 दिनों के अंदर ही वहां इंटरनेट की सुविधा प्रदान की गई, ताकि वो अपनी पढ़ाई अच्छे से कर सके, क्योंकि जंगलों में उनका पढ़ना खतरों से काम न था।
अब स्वप्निल आराम से अपने घर में बैठ कर ऑनलाइन क्लासेज़ करती हैं। फ़िलहाल वो मुंबई के ही एक कॉलेज से पशु चिकित्सक की पढ़ाई कर रही हैं। भविष्य में वो पशु चिकित्सक ही बनना चाहती है। उनके लिए यही कामना है कि वो ऐसे ही धैर्य और लगन से पढ़ाई करती रहें, और नित नई -नई ऊंचाइयों को छूती रहें।