Hema Malini: बॉलीवुड हो या उससे जुड़े सितारे दोनों ही अपने आप में चर्चा का विषय हमेशा ही बने रहते है। अगर बात की जाए हिन्दी सिनेमा के 70 और 80 के उस दौर की जब पुरानी फिल्मों के गीत, संगीत और डायलॉग लोगों को ज़ुबान पर चढ़े रहते थे। तो उस समय में फिल्म के सितारे भी लोगों के दर्शकों के बीच काफी मशहूर हो जाते थे। उन सितारों के लिए दर्शकों का दीवानापन भी देखने लायक होता था। वह उस सेलेब्रिटी की फ़ोटो अपने घर में लगाने लगते या फिर उसे ही अपना प्रेरणा स्रोत बना लेते।
इतनी निष्ठा, प्रेम और शिद्दत उस वक़्त के फैन्स में देखने को मिलती थी। पर कभी-कभी फैन्स की यही शिद्दत उस सितारे के लिए जीवन भर का दुख बन जाती है। जिस आत्मग्लानि से वह सितारा कभी बाहर निकल नहीं पाता। ऐसा ही एक किस्सा जुड़ा है हिन्दी सिनेमा की बेहतरीन अदाकारा और सबके दिलों की ड्रीम गर्ल ‘हेमा मालिनी’ के जीवन के साथ भी। हम सभी जानते हैं कि हेमा मालिनी ने 70 और 80 के दशक में ‘सीता और गीता’ , ‘शोले’ , ‘सत्ते पर सत्ता’ और ‘ड्रीम गर्ल’ जैसी एक से बढ़कर एक शानदार फिल्मों में काम कर करोड़ों दिलों पर राज किया था और सभी को अपना दीवाना बना लिया था।
हिंदी सिनेमा कि ड्रीम गर्ल एक्ट्रेस हेमा मालिनी (Hema Malini) के आज भी लाखों चाहने वाले हैं। आज भी कई दिल उनकी खूबसूरत अदा पर मरते हैं। एक वक्त था जब उनकी सिर्फ एक झलक पाने के लिए हज़ारों लाखों लोगों की भीड़ लग जाया करती थी। इस भीड़ और हेमा मालिनी के दीवानेपन से जुड़ा एक हैरान करने वाला किस्सा आज आपको बताते हैं।
दीदार की उम्मीद में पाकिस्तान से हिंदुस्तान का सफर किया तय
यह बात है साल 1968 की जब हेमा मालिनी (Hema Malini) अपने करियर के शिखर पर थीं। हेमा मालिनी (Hema Malini) की अदाकारी और उनके हुस्न के लाखों दीवाने हुआ करते थे। उनके इस हुस्न और अदा का ऐसा ही एक दीवाना था, जो सिर्फ उन्हें देखने के लिए पाकिस्तान से मुंबई आया था। वह शख्स हर रोज हेमा मालिनी के घर के बाहर बैठा करता था, ये सोच कर की आते-जाते कभी तो हेमा जी से उसकी मुलाकात होगी। कई दिन बीत गए लेकिन वह आदमी हेमा से मिल नहीं पाया।
फैन को समझ बैठी चोर
काफी दिनों तक न मिल पाने के कारण, एक रात वह आदमी हेमा मालिनी के घर में घुस गया। हेमा के घर में काम करने वाली महिला ने उसे देख कर चोर-चोर का शोर मचा दिया। सभी लोग जग गए। उस आदमी ने सोचा की अब तो मेरी पिटाई होनी पक्की है और घबरा कर टेबल पर पड़ा चाकू उसने अपने हाथ में उठा लिया। घर के नौकरों ने उस आदमी को पकड़ लिया, हेमा के पिता इतना घबरा गए थे की उन्होंने पुलिस को फोन लगाना चाहा, लेकिन जब तक वह फोन तक पहुँच पाते उससे पहले ही उन्हें हॉर्ट अटैक आ गया।
कामयाबी ही बन गयी आत्मग्लानि का कारण
पिता को इस हालत में देख हेमा ने डॉक्टर को बुलाया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। हेमा मालिनी के पिता ने अपनी अंतिम सांसे ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इस घटना के बाद हेमा मालिनी को एहसास हुआ की अगर यह घटना न हुई होती तो शायद उनके पापा कुछ और दिन उनके साथ रहते। पिता की मौत का हेमा पर इतना गहरा असर हुआ कि वह कई सालों तक अपने आपको ही पिता के निधन का जिम्मेदार समझती रहीं। हेमा को ये लगने लगा था कि उनकी कामयाबी की वजह से ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया। उनकी ये फैन फॉलविंग और दर्शकों के बीच मशहूर होना ही उनके पिता की मौत का कारण बन गया।
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