UPSC Topper Ishwar Gurjar Success Story: राजस्थान के भिलवाड़ा जिले के बाडिया गांव के रहने वाले ईश्वरलाल गुर्जर आज किसी के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं. 10वीं में फेल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर देशभर में 644वां रैंक हासिल किया. उनकी यह कहानी फिल्म ’12वीं फेल’ की तरह ही संघर्ष और जीत की दास्तान है.
ईश्वरलाल को स्कूल में पढ़ाई में ज्यादा रुचि नहीं थी. 2011 में वह 10वीं की परीक्षा में फेल हो गए. लेकिन उनके पिता सुवालाल गुर्जर ने उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा, “पढ़ाई से डरने की जरूरत नहीं है. एक बार असफल होने से हिम्मत मत हारो. आज शायद शिक्षा का महत्व न समझो, लेकिन भविष्य में जरूर समझ आएगा.”
पिता के हौसले से ईश्वरलाल ने फिर से हौसला जुटाया और 2012 में 10वीं की परीक्षा 54% अंकों के साथ पास कर ली. इसके बाद उन्होंने 12वीं की परीक्षा भी 68% अंकों के साथ पास की. फिर उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, अजमेर से डिस्टेंस शिक्षा के जरिए बीए किया और 2019 में तृतीय श्रेणी शिक्षक बनकर अपने गांव के पास रूपड़ा के सरकारी प्राथमिक स्कूल में पढ़ाने लगे.
शिक्षक बनने के बाद भी ईश्वरलाल का यूपीएससी का सपना जगा रहा था. स्कूल स्टाफ ने भी उनका पूरा साथ दिया. वह दिन में स्कूल में पढ़ाते और फिर शाम को घर आकर यूपीएससी की तैयारी करते.
उन्होंने पहली बार 2019 में प्रीलिम्स में असफलता का सामना किया, जबकि 2020 में वह इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली. 2021 में भी उन्हें असफलता हाथ लगी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. चौथे प्रयास में 2022 की परीक्षा में 644वां रैंक हासिल कर उन्होंने साबित कर दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है.
हालांकि ईश्वरलाल का सफर अभी थमा नहीं है. वह अपना रैंक सुधारने के लिए फिर से यूपीएससी परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं.