UP Board 10th Result 2022 : इन दिनों पूरे देश में बोर्ड परीक्षा के नतीजे सामने आ रहे हैं, जिसमें हर राज्य में बच्चों ने टॉप किया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने भी हाल ही में दसवीं और बाहरवीं के रिजल्ट घोषित किए हैं, जिसमें कई छात्र छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन करके अपने माता-पिता व परिवार का नाम रोशन किया है।
ऐसे में उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से एक बहुत ही भावुक कर देने वाली खबर सामने आई है, जहाँ उज्ज्वल गुप्ता (Ujjaval Gupta) नाम लड़के ने 10वीं की परीक्षा में जिला टॉप किया है। लेकिन उज्ज्वल की इस खुशी को बांटने के लिए उनके माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं, जिसकी वजह से उज्ज्वल काफी भावुक हो गए थे।
दादा-दादी ने चाय बेचकर पढ़ाया
उज्जवल गुप्ता ने हमीरपुर जिले में 10वीं की परीक्षा में टॉप किया है, जिसकी वजह से उनकी खूब तारीफ हो रही है। लेकिन उज्ज्वल इस मौके पर अपने माता-पिता को याद करते हुए नजर आए, जिनकी मौत बीते कुछ सालों में हुई है। इसे भी पढ़ें – पढ़ने के लिए बेचना पड़ा घर, ठुकराई थी 4 करोड़ की नौकरी, फिर खड़ी कर दी 1.1 अरब डॉलर की कंपनी
उज्जवल के पिता रामचंद्र गुप्ता कैंसर की बीमारी से पीड़ित थी, लिहाजा साल 2010 में उनकी मृत्यु हो गई। अभी उज्ज्वल पिता की मृत्यु के सदमे से बाहर भी नहीं निकल पाया था कि साल 2013 में उसकी माँ रामा भी दुनिया को अलविदा कहकर चली गई और महज 3 सालों में ही उज्ज्वल के सिर से माता-पिता का साया उठ गया।
ऐसे में उज्ज्वल के दादा दादी ने सिर्फ उनकी और उनकी छोटी बहन की परवरिश की जिम्मेदारी उठाई, बल्कि दोनों भाई बहनों को शिक्षित करने का भी फैसला किया। लेकिन बूढ़े दादा दादी के शरीर में नौकरी करने के ताकत नहीं थी, लिहाजा उन्होंने चाय बेचना शुरू कर दिया।
इस तरह उज्ज्वल के दादा-दादी ने चाय बेचकर न सिर्फ उनका और उनकी बहन का पालन पोषण किया, बल्कि उनके स्कूल की फीस भी भरी और उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन भी दिया। वहीं उज्ज्वल ने भी अपने दादा-दादी की मेहनत का पूरा सम्मान किया और 10वीं में जिला टॉप करके उनका नाम रोशन कर दिखाया।
उज्जवल स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद बीटेक करके इंजीनियर बनना चाहते हैं, जिसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं। 10वीं का रिजल्ट घोषित होने के बाद उज्ज्वल अपने माता-पिता को बहुत याद कर रहे थे और इस स्थिति में वह अपने आंसू रोक नहीं पाए।
छोटी-सी उम्र में माता-पिता को खो देने वाले उज्ज्वल गुप्ता ने 10वीं कक्षा में जिला टॉप करके यह साबित कर दिया कि आगे बढ़ते हुए कदमों को रोक पाना संभव नहीं है और इंसान अपने मन में कुछ ठान ले, तो उसे जरूर हासिल करके रहता है। इसे भी पढ़ें – 10वीं में मिले थे सिर्फ पासिंग मार्क्स, मेहनत और लगन के दम पर बने जिला कलेक्टर