कुछ लोग ज़िन्दगी में कुछ ना करके भी बहुत कुछ कर जाते हैं। अब तक ऐसी बातें आपने केवल किताबों या कल्पनाओं में ही सुनी होगी। लेकिन आज हम सातवीं फेल एक ऐसे ही बच्चे की कहानी आपको बताने जा रहे हैं जो वाकई कुछ किए बिना भी बहुत कुछ कर गया है।
इस बच्चे की कहानी जानकर आप भी शायद काबिलियत के प्रति अपना नज़रिया बदल लेंगे। क्योंकि अब तक हम अपने बच्चों को यही समझाते आए हैं कि जो लोग स्कूल-कॉलेज में टॉप करते हैं वही काबिल होते हैं। आइए जानते हैं क्या है इस बच्चे की कहानी और आख़िर कौन-सा कारनामा कर इस बच्चे ने बनाई है अपनी अलग पहचान।
कौन हैं रोहित (Rohit)
रोहित (Rohit) कामरेज तालुका के खोलवाड़ गाँव के रहने वाले हैं। इनकी उम्र 45 साल है। बताते हैं कि पढ़ाई-लिखाई में मन ना लगने के चलते इन्होंने सातवीं कक्षा में ही स्कूल छोड़ दिया था। स्कूल छोड़ने के बाद इन्होंने आगे चलकर छोटी ही इंजीनियरिंग वर्कशॉप खोल ली। जिसमें अभी 20 लोग काम करते हैं।
पंखे से थे परेशान
रोहित बताते है कि उनकी वर्कशाॅप में बीस लोग काम करते हैं लेकिन जब भी गर्मी होती थी तो वह लोग बेहद परेशान रहते थे। क्योंकि वर्कशॉप में लगा हर पंखा खाली एक निश्चित जगह पर हवा दे सकता है। जबकि वर्क शाॅप में कभी कहीं तो कभी कहीं काम करना होता था। तब इनके मन में विचार आया कि क्यों ना कोई ऐसी चीज हो जो चारो तरफ़ घूम-घूम कर हवा दे सके। ताकि एक ही कमरे में लगा पंखा हर कोने तक हवा दे सके।
LOCKDOWN में शुरू किया पंखे पर काम
रोहित बताते हैं कि उन्होंने Lockdown के दौरान जब काम मंदा पड़ गया था तो इस पंखे पर काम शुरू किया। Gyroscope के सिद्धांत के आधार पर 360 डिग्री घूमने वाला सीलिंग फैन डिजाइन किया है। जो कि चारों तरफ़ घूम-घूम कर हवा देता है। रोहित बताते हैं कि उनके वर्कशाप में पहले दस पंखे और पांच टेबल फैन थे। पर ये भी पूरी तरह से कूलिंग नहीं कर पाते थे। लेकिन अब उनका 360° घूमने वाला पंखा पूरी तरह से कूलिग करने में सक्षम है।
कैसे करता है काम
यह सीलिंग फैन Gyroscopic Movement और Precession के सिद्धांत पर काम करता है। जिसके बीच में गोल छर्रे इस तरह से लगाए जाते हैं कि ये बिना दिक्कत के चारों तरफ़ घूम सके। जिससे कमरे में सभी को हवा लग सके।
अंतरराष्ट्रीय पेटेंट के लिए किया आवेदन
रोहित बताते हैं कि उन्होंने पेटेंट सहयोग संधि के तहत इस पंखें का अंतरराष्ट्रीय पेटेंट के लिए भी आवेदन कर दिया है। ताकि उनकी ये कला हमेशा सुरक्षित रहे। यह दुनिया का पहला ऐसा पंखा होगा जो बिना किसी मोटर या बाहरी शक्ति के चारों तरफ़ घूम कर हवा देगा। रोहित के अनुसार रिवाल्विंग फैन जो कि 360° घूमता है इसे बनाने में 4 हज़ार रूपये का ख़र्च आया। यदि इसे अंतरराष्ट्रीय पेटेंट से मंजूरी मिल जाती है तो इसका निर्माण वह बाज़ार में बेचने के लिए भी करने की योजना बना रहे हैं।