Baby Ghost Shark: इस धरती पर विभिन्न प्रकार के जीव जंतु पाए जाते हैं, जिनमें से कई प्रजातियाँ इंसानों की नजरों से दूर गहरे समुद्र में रहते हैं। ऐसे में जब कभी वैज्ञानिक दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतुओं की खोज करते हैं, तो उनकी तस्वीरें देखते ही देखते वायरल हो जाती हैं।
ऐसा ही कुछ हुआ न्यूजीलैंड में, जहाँ वैज्ञानिकों ने समुद्र में 1, 200 मीटर की गहराई में शार्क की एक दुर्लभ प्रजाति को खोज निकाला है। इस प्रजाति को घोस्ट शार्क (Ghost Shark) के नाम से जाना जाता है, जिसका साइंटिफिक नाम Chimaeras है।
कैसी दिखती है Ghost Shark
न्यूजीलैंड (New Zealand) के साउथ आइलैंड के पूर्वी तट पर वैज्ञानिकों की एक टीम रिसर्च वर्क कर रही थी, इस दौरान उन्हें समुद्र में 1, 200 मीटर की गहराई में घोस्ट शार्क (Ghost Shark) मिली। इस प्रजाति का शार्क आमतौर पर 1, 829 मीटर की गहराई में पाई जाती है, लेकिन सौभाग्य से यह वैज्ञानिकों को 1, 200 मीटर की गहराई पर मिल गई।
By far my favourite find of the trip! 👻🦈
— Brit Finucci (@BritFinucci) February 8, 2022
A neonate ghost #shark👻🦈, recently hatched (evident by its belly full of egg yolk). Found at 1200 m+ depth. pic.twitter.com/4IZKHLFmjI
वैज्ञानिकों को अब तक घोस्ट शार्क (Ghost Shark) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, क्योंकि यह प्रजाति समुद्र में बहुत गहराई में पाई जाती है। ऐसे में न्यूजीलैंड के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर एंड एट्मोस्फेरिक रिसर्च के वैज्ञानिकों ने बताया कि घोस्ट शार्क की शारीरिक लंबाई 1.5 मीटर तक हो सकती है।
वैज्ञानिकों ने जिस घोस्ट शार्क को खोजा है, वह असल में बेबी शार्क (Baby Shark) है, जिसकी त्वचा पर ट्रांसलुसेंट हैं। बेबी घोस्ट शार्क (Baby Ghost Shark) की आंखें काफी बड़ी और काली हैं, जबकि उसके पास काले रंग के फिन्स और सफेद पूंछ भी मौजूद है।
इस तरह की शार्क का सिर भी काफी बड़ा होता है, जिसकी वजह से इसे रैट फिश, रैबिट फिश, एलिफेंट फिश और स्पूकी फिश के नाम से भी जाना जाता है। बेबी घोस्ट शार्क की त्वचा काफी हद तक पारदर्शी है, जिसके बारे में वैज्ञानिक अधिक से अधिक जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं।
ऐसे में संभव है कि भविष्य में हमें बेबी घोस्ट शार्क (Baby Ghost Shark) के बारे में ज्यादा जानकारी मिल पाए, क्योंकि फिलहाल इस प्रजाति की शार्क पर रिसर्च नहीं की गई है। लेकिन इस बेबी घोस्ट शार्क के मिलने से वैज्ञानिकों को काफी ज्यादा उम्मीदें हैं, जो समुद्र के गहरे राज जानने में मददगार साबित हो सकती है।