पति को बिजनेस में हुआ घाटा तो पत्नी ने कन्यादान के पैसों से शुरू किया बिजनेस, सालाना कमाती हैं लाखों रुपए

एक मकान को घर बनाने की काबिलियत सिर्फ महिलाओं में होती है, जो अपनी समझ और सूझबूझ के दम पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी अकेले संभाल लेती हैं। वैसे तो आज के आधुनिक युग में ज्यादातर महिलाएँ जॉब करने के साथ घर भी संभालती हैं, जबकि नौकरी न करने वाली महिलाएँ हर महीने घर खर्च में से ही कुछ पैसों की बचत कर लेती हैं।

इस तरह नौकरी पेशा से लेकर हाउसवाइफ तक हर महिला पैसों की बचत करना बखूबी जानती है, जिसका इस्तेमाल मुश्किल समय में किया जाता है। ऐसा में राजस्थान में रहने वाली एक महिला ने अपने कन्यादान के पैसों से बिजनेस शुरू किया और आज उसे सफलतापूर्वक चला भी रही हैं।

कन्यादान के पैसों से शुरू किया बिजनेस

राजस्थान (Rajasthan) के डूंगरपुर (Dungarpur) जिले से लगभग 15 किलोमीटर दूर दामडी गाँव में रहने वाली रेखा सेवक (Rekha Sevak) कॉस्मेटिक और ब्यूटी पार्लर चलाती हैं, जिससे उन्हें हर दिन लगभग 2 हजार रुपए की कमाई आसानी से हो जाती है। रेखा सेवक ने यह बिजनेस अपनी शादी में कन्यादान में पैसों से शुरू किया है, जिसकी मदद से वह अपने परिवार का पूरा खर्चा उठाती हैं। Read Also: पति की मौत के बाद परिवार ने तोड़ा रिश्ता, शुरू किया चाय बेचना, अब UP रोडवेज में बस चलाती है महिला

दरअसल रेखा सेवक (Rekha Sevak) की शादी साल 1994 में प्रदीक सेवक (Pradeep Sevak) के साथ हुई थी, जो उस वक्त टेंट हाउस का बिजनेस करते थे। शादी के कुछ साल बाद तक प्रदीप का बिजनेस अच्छा चल रहा था, लेकिन साल 2008 में उन्हें टेंट हाउस के बिजनेस में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था।

ऐसे में प्रदीप ने अपना बिजनेस बंद कर दिया और दुकान भी खाली कर दी थी, जिसके बाद उनके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। रेखा से अपने पति और परिवार की यह हालत देखी नहीं गई और उन्होंने उसी दुकान में कॉस्मेटिक और ब्यूटी पार्लर का काम शुरू कर दिया, जिसके लिए उन्होंने अपने कन्यादान में मिले पैसों का इस्तेमाल किया था।

रेखा सेवक ने अपने कन्यादान और बचत के पैसों का निवेश करके बिजनेस शुरू किया था, लिहाजा उसका सफल होना तय था। रेखा की दुकान पूरे इलाके में फेमस हो गई, जिसकी वजह से उन्हें अच्छी खासी आमदनी होती है। इन पैसों से रेखा न सिर्फ घर का खर्च पूरा करती हैं, बल्कि उन्होंने अपने दोनों की शिक्षा का खर्च भी उठाया है। Read Also: गाँव की 5वीं पास महिला चलाती है यूट्यूब चैनल, ‘अम्मा की थाली’ से अमेरिका तक हुई फेमस

राजीविका की मदद से बढ़ाया व्यापार

साल 2015 में रेखा सेवक (Rekha Sevak) राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिसर (राजीविका) के बारे में पता चला था, जिससे जुड़ने के बाद उन्हें व्यापार बढ़ाने के लिए 20 हजार रुपए का लोन मिल गया था। रेखा ने लोन के पैसों से अपने बिजनेस को आगे बढ़ाया और फिर धीरे-धीरे राजीविका से लिए लोन के पैस भी लौटा दिए।

रेखा सेवक (Rekha Sevak) राजीविका से आज भी जुड़ी हुई हैं और ग्रुप की मेंटर हैं, जो राजस्थान के अन्य गाँव व कस्बों में रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के प्रेरित करती हैं। इसके साथ ही रेखा अन्य महिलाओं को राजीविका के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करती हैं, ताकि उन्हें अपना व्यापार शुरू करने के लिए लोन मिल सके।

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