भारत में दान पुण्य का काम करने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है, जो अपनी कमाई और जमा पूंजी में से गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए धन व अनाज दान करते हैं। ऐसे में अमेरिका में रहने वाली भारतीय मूल की एक महिला ने अपने जीवन की जमा पूंजी सरकारी अस्पताल को दान करके नेकी का काम किया है।
भारतीय मूल की उमा देवी गाविनी (Dr Uma Devi Gavini) अमेरिका में रहती हैं और डॉक्टर के पद पर नौकरी करती हैं। ऐसे में डॉक्टर उमा देवी ने अपनी कमाई और जमा पूंजी का एक बड़ा हिस्सा गुंटूर के सरकारी जनरल अस्पताल को दान कर दिया है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा सके।
डॉक्टर उमा देवी ने अस्पताल में मातृ एंव शिशु यूनिट (Mother and Child Care Unit) बनाने के लिए 20 करोड़ रुपए दान किए हैं, जो बहुत बड़ी सहायता राशि है। आपको बता दें कि डॉक्टर उमा देवी ने साल 1965 में गुंटूर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी, जिसके बाद वह अमेरिका शिफ्ट हो गई थी। इसे भी पढ़ें – जिले की पहली महिला इलेक्ट्रीशियन बनी सीता देवी, इस काम में पुरुषों को देती हैं कड़ी टक्कर
डॉक्टर उमा देवी पिछले 40 सालों से अमेरिका में रहती हैं और वहीं डॉक्टरी भी कर रही हैं, जो मूल रूप से आंध्र प्रदेश के तेनाली में स्थित कुचीपूड़ी गाँव से ताल्लुक रखती हैं। डॉक्टर उमा देवी के पिता गाविनी वेंकटेश्वर राव भी डॉक्टर थे, जबकि उनके पति कानुरी रामचंद्र भी एक डॉक्टर थे।
इस तरह डॉक्टर परिवार से ताल्लुक रखने वाली डॉक्टर उमा देवी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करना सबसे जरूरी है, जिसके लिए उन्होंने गुंटूर में मातृ एंव शिशु अस्पताल बनाने के लिए 20 करोड़ रुपए दान किए हैं। आपको बता दें कि डॉक्टर उमा देवी की कोई संतान नहीं है, जबकि उनके पति डॉक्टर कानुरी रामचंद्र का 3 साल पहले देहांत हो चुका है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य में मातृ एंव शिशु अस्पताल के निर्माण के लिए 35 करोड़ रुपए देने का फैसला किया है, जबकि गुंटूर मेडिकल कॉलेज एलुमिनाई एसोशिएशन ने अस्पताल के लिए 30 करोड़ रुपए सहायता राशि दी है। इस तरह विभिन्न लोगों से मिले दान के जरिए आंध्र प्रदेश में मातृ एंव शिशु अस्पताल की नींव रखी जा रही है।
इस अस्पताल में 600 बेड्स की सुविधा मौजूद होगी, जहाँ माता और बच्चे के इलाज के लिए सभी प्रकार की मशीनें और दवाईयाँ भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। डॉक्टर उमा देवी की मदद के बाद कई अन्य लोगों व डॉक्टरों ने भी अस्पताल के निर्माण के लिए सहायता राशि दान करने का फैसला किया है। इसे भी पढ़ें – दहेज के लिए ससुराल वालों ने घर से निकला, गाँव में रहकर UPSC की तैयारी करते हुए कोमल बनी IRS ऑफिसर