देश भर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर बोझ बहुत ज़्यादा बढ़ा दिया है, जिसकी वज़ह से लोग गाड़ियों के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने पर मजबूर हो गए हैं। ऐसे में तेलंगाना के रहने वाले एक युवक ने तेल की बढ़ती कीमतों से परेशान होकर पेट्रोल बाइक को Electric Bike में बदलने का कारनाम कर दिखाया है।
तेलंगाना के रहने वाले कुरापति विद्यासागर (Kurapati Vidyasagar) पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से काफ़ी ज़्यादा परेशान हैं, इसलिए उन्होंने अपनी पेट्रोल से चलने वाली बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक (Electric Bike) में तब्दील कर दिया है। दरअसल विद्यासागर पहले से ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, क्योंकि लॉकडाउन की वज़ह से उनकी आमदनी बेहद कम हो गई थी।
ऐसे में बढ़ती मंहगाई में परिवार का भरन पोषण करना बहुत मुश्किल हो गया था, ऊपर से तेल की बढ़ती कीमतों ने यातायात भी कठिन कर दिया है। विद्यासागर कम आमदनी में घर ख़र्च और पेट्रोल की बढ़ती क़ीमत का भुगतान नहीं कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने अपनी बजाज डिस्कवर मोटर साइकिल को इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील कर दिया।
रिपेयरिंग सेंटर चलाते हैं विद्यासागर
विद्यासागर अपना एक रिपेयरिंग सेंटर चलाते हैं, जो लॉकडाउन के दौरान लंबे समय तक बंद था। ऐसे में विद्यासागर की कोई आमदनी नहीं थी, जिसकी वज़ह से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा विद्यासागर को घर से रिपेयरिंग सेंटर तक जाने के लिए रोजाना 2 लीटर पेट्रोल ख़र्च करना पड़ता है, जिसके लिए उन्हें काफ़ी ज़्यादा क़ीमत चुकानी पड़ती है।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वज़ह से लोगों ने गाड़ियों का इस्तेमाल कम कर दिया है, जिसकी वज़ह से विद्यासागर को रिपेयरिंग सेंटर में मुनाफा नहीं होता है। ऐसे में मंदी के चलते विद्यासागर रिपेयरिंग सेंटर बंद करना चाहते थे, लेकिन उन्हें इसके अलावा कोई दूसरा काम नहीं आता है।
ऐसे बनाई Electric Bike
विद्यासागर ने हालातों के सामने हार मानने के बजाय पेट्रोल की कीमतों से बचने और यातायात के ख़र्च को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बाइक बनाने का फ़ैसला किया। इसके लिए उन्होंने इधर उधर से थोड़े पैसे उधार लिए और 7, 500 एक ऐसी मशीन खरीदी, जिसने उनकी मोटरसाइकिल को इलेक्ट्रिक बाइक (Electric Bike) में बदल दिया। यह मशीन उन्होंने ऑनलाइन खरीदी थी।
विद्यासागर ने उस मशीन को पेट्रोल टैंक के ठीक नीचे फीट कर दिया और उसके साथ चार 30AS कैपेसिटी वाली बैटरी को जोड़ दिया। यह बैटेरी फुल चार्ज होने में 5 घंटे का समय लेती है, जिसमें एक यूनिट बिजली ख़र्च होती है।
कम लागत में ज़्यादा मुनाफा
आपको यह जानकर हैरानी होगा कि विद्यासागर की इलेक्ट्रिक बाइक (Electric Bike) एक बार फुल चार्ज होने पर 50 किलोमीटर की दूरी आसानी से तय कर लेती है, जिससे उन्हें लंबा सफ़र तय करने में काफ़ी सुविधा होती है।
विद्यासागर को पहले पेट्रोल वाली बाइक चलाने में रोजाना 200 रुपए ख़र्च करने पड़ते थे, लेकिन अब वह इलेक्ट्रिक बाइक (Electric Bike) के लिए 10 रुपए प्रत्येक यूनिट ख़र्च कर रहे हैं। पेट्रोल और इलेक्ट्रिक बाइक के बीच ख़र्च के इस अंतर को आप भी आसानी से समझ सकते हैं, ऐसे में आप भी इलेक्ट्रिक बाइक का इस्तेमाल करके पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से छुटकारा पा सकते हैं।